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कोरोना के थर्ड वेव का बच्चों पर नहीं होगा गंभीर असर
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डॉ रणदीप गुलेेरिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोहराया
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देश में कोरोना से पोजिटिविटी रेट 94.3 प्रतिशत
कोरोना के थर्ड वेव या भविष्य में कोरोना का गंभीर संक्रमण बच्चों में देखने को मिलेगा इसके कोई प्रमाण नहीं हैं, एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ऐसा कोई आंकड़ा ना तो भारत में और ना ही पूरी दुनिया में मौजूद है, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि बच्चे में ज्यादा प्रभावित होंगे. यहां तक कि कोरोना की दूसरी लहर में भी जो बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हुए उनमें माइल्ड लक्षण थे. मुझे नहीं लगाता है कि भविष्य में भी बच्चों पर कोई गंभीर संक्रमण देखने को मिलेगा.
गौरतलब है कि डॉ रणदीप गुलेरिया और नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने पहले भी कहा है कि ऐसे कोई दस्तावेज मौजूद नहीं हैं जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि बच्चों में कोरोना वायरस का गंभीर संक्रमण देखने को मिलेगा.
पिछले कुछ समय से ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि कोरोना के थर्ड वेव में वायरस बच्चों को निशाना बनायेगा. इस आशंका के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी चिंता जतायी थी और सरकार से इंतजामों के बारे में सवाल किया था.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में रिकवरी रेट 94.3 प्रतिशत हो गयी है, जिसमें होम आइसोलेशन और अस्पताल में भरती होने वाले दोनों तरह मरीज शामिल हैं.
एक से सात जून के बीच संक्रमण के दर में 6.3 प्रतिशत की गिरावट आयी है. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 86,498 नये मामले दर्ज किये गये हैं. यह नये मामलों में 79 प्रतिशत की गिरावट है. पिछले एक महीने में 322 जिलों में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गयी है. अबतक देश में 23.62 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिया जा चुका है.
Posted By : Rajneesh Anand