कोविशील्ड ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के खतरे को 93 और मौत के खतरे को 98 प्रतिशत कम किया
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोना वैक्सीन (कोविशील्ड) दिये जाने के बाद दूसरी लहर के दौरान संक्रमण का खतरा 93 प्रतिशत कम हुआ, जबकि मृत्युदर में 98 प्रतिशत की कमी आयी है.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोना वैक्सीन (कोविशील्ड) दिये जाने के बाद दूसरी लहर के दौरान संक्रमण का खतरा 93 प्रतिशत कम हुआ, जबकि मृत्युदर में 98 प्रतिशत की कमी आयी है.
डॉ वीके पॉल ने बताया कि यह अध्ययन 15 लाख लोगों पर किया गया जिनमें डॉक्टर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं. यह अध्ययन डेल्टा वैरिएंट पर किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दुनिया से कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है. विश्व में कोरोना संक्रमण के मामले अभी कम नहीं हुए हैं. यही वजह है कि हम वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्ती के साथ काम कर रहे हैं.
हमारे देश में 22 ऐसे जिले हैं जहां कोरोना के मामले अभी भी चिंता की वजह बने हुए हैं. वहीं कुछ जिले ऐसे हैं जहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं इनमें सात केरल से हैं, पांच मणिपुर से और तीन मेघालय से हैं. यह बड़ी चिंता का विषय है.
देश में अभी भी 62 ऐसे जिले हैं जहां कोरोना के सौ से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन यह सीमित इलाकों में दिख रहा है. लेकिन अभी कोरोना वायरस के प्रति लापरवाही हमारे लिए खतरे का कारण बन सकती है, इसलिए हमें अभी सावधानी बरतनी होगी.
Posted By : Rajneesh Anand