हर देश की नियामक प्रणाली में कुछ चीजें दूसरों के साथ समान हो सकती हैं और कुछ चीजें अलग हो सकती हैं. हम इसका सम्मान करते हैं. नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने आज उक्त बातें तब कहीं जब उनसे को वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को अमेरिका द्वारा खारिज किये जाने से संबंधित सवाल पूछे गये. वे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.
ये सभी वैज्ञानिक विचार हैं और इन्हें ध्यान में रखते हुए, बारीकियां अलग हो सकती हैं, खासकर उन देशों में जहां विज्ञान मजबूत है. अमेरिका ने कोवैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को खारिज किया है, हम इसका सम्मान करते हैं. लेकिन अमेरिका के इस निर्णय का हमारे टीकाकरण कार्यक्रम पर कोई असर नहीं होगा. हमारे नियामक ने इसे मंजूरी दे दी है. हमारे पास सुरक्षा और थर्ड फेज के ट्रॉयल के आंकड़े हैं.
मुझे बताया जा रहा है कि तीसरे चरण के परीक्षण का प्रकाशन 7-8 दिनों में किया जाएगा. डॉ वीके पॉल ने बताया कि कोविड-19 के प्रसार के आकलन के लिए देश में राष्ट्रीय सीरो सर्वे की शुरुआत जल्दी ही होगी. राज्य सरकारों को इससे संबंधित तमाम जानकारी प्राप्त करने के लिए अलग से सीरो सर्वे कराना चाहिए.
भारत में कोविड-19 के हालात स्थिर होते दिख रहे हैं, कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए यह जरूरी है कि लोग उचित व्यवहार और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते रहें. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉंन्फ्रेंस में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि तीस अप्रैल से छह मई के बीच भारत में साप्ताहिक संक्रमण की दर 21.6 प्रतिशत के अधिकतम स्तर पर थी, लेकिन अब इसमें 74 प्रतिशत की कमी आ चुकी है.
Posted By : Rajneesh Anand