हिंद महासागर में आंख मिचौली का खेल जारी है. चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. एक ओर लद्दाख की सीमा पर भारत और चीन आमने-सामने है. वहीं, दूसरी ओर हिंद महासागर में भी चीन सीमा लांघ भारत पर नजर रखने की कोशिश कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन ने जासूसी पोत को हिंद महासागर में भेजा है. इससे चीन अगल सप्ताह होने वाले बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण पर अपनी नजर रख सकता है.
चीन की हरकतों का मीडिया रिपोर्ट में खुलासा किया गया है. बताया जा रहा है कि चीन का जासूसी पोत इंडोनेशिया के रास्ते हिंद महासागर में प्रवेश किया है. इस पोत के हर कदम पर भारत की नजर बनी हुई है. मीडिया रिपोर्टे के अनुसार चीन उस समय हिंद महासागर में प्रवेश किया है जब भारत अंडमान और निकोबार में मिसाइल परीक्षण में जुटा है. हालांकि भारतीय नौसेना चीनी जासूसी को ट्रैक करने में जुटी हुई है.
जानकारी के अनुसार चीनी जहाज पहले किसी और दिशा में आगे बढ़ रहा था. लेकिन, जैसे भी भारत ने मिसाइल परीक्षण को लेकर नोटम जारी किया, उसके ठीक बाद चीनी जहाज ने अपनी दिशा में बदलाव कर दिया. चीन के इस कदम के बाद देखना यह जरूरी हो गया है कि भारत अपनी मिसाइल परीक्षण को जारी रखेगा या भारत समय में कोई बदलाव करेन का निर्णय लेता है.
वन इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि भारत ने इससे पहले नवंबर में बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण करने की योजना बनाई थी. इस बीच खबर मिली कि चीन ने जासूसी पोत युआन वांग-6 को हिंद महासागर में उतारा है, जिसके बाद भारत ने समय में बदलाव किया था. हालांकि हाल में दिए एक बयान में दक्षिणी नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल एम ए हंपीहोली ने कहा कि चीन के हरकत का नजर रखा जा रहा है. लगातार जासूसी पोत की ट्रैकिंग की जा रही है.