भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेंगी. राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को मात दे दी. अब 25 जुलाई को उनका देश की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर वो शपथ ग्रहण करेंगी. नव निर्वाचित राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह संसद भवन के सेंट्रल हॉल में होगा. सदस्यों के समारोह में भाग लेने की सुविधा के लिए उस दिन राज्य सभा की बैठक सुबह 11 बजे के बजाय दोपहर 2 बजे होगी.
नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का शपथ ग्रहण समारोह 25 जुलाई को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में होगा। सदस्यों के समारोह में भाग लेने की सुविधा के लिए उस दिन (25 जुलाई) राज्य सभा की बैठक सुबह 11 बजे के बजाय दोपहर 2 बजे होगी। तद्नुसार, सदन स्थगित किया जाता है: सस्मित पात्रा, BJD pic.twitter.com/vwP6IXgQZ3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2022
निर्वाचन आयोग ने जारी किया प्रमाण पत्र: द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद निर्वाचन आयोग (EC, ईसी) ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल करने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को शुक्रवार को ‘निर्वाचन संबंधी प्रमाण पत्र’ जारी किया. बता दें, निर्वाचन अधिकारी द्वारा आयोग को परिणाम सौंपे जाने के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. इसके बाद यह प्रमाण पत्र केंद्रीय गृह सचिव को भेजा जाएगा, जो इसे भारत के 15वें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में पढ़ेंगे.
24 जुलाई को इस्वोतीफा देंगे राष्ट्रपति कोविंद: गौरतलब है कि वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो रहा है. 24 जुलाई को वो राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देंगे. इससे पहले आज यानी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को विदाई भोज दे रहे हैं. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बात करें तो देश के बतौर 14वें राष्ट्रपति उन्होंने भी 25 जुलाई 2017 को शपथ ग्रहण किया था.
25 को कई राष्ट्रपतियों ने लिया है शपथ: राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के इतिहास में 25 जुलाई का खासा महत्व है. देश के करीब 9 राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को पद की शपथ ली है. उससे पहलवे 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी 25 जुलाई को ही शपथ ग्रहण किया था.देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने भी 25 जुलाई को ही शपथ लिया था. हालांकि, 25 जुलाई को शपथ लेना कोई नियम नहीं है. लेकिन यह परंपरा चली आ रही है. इसी परंपरा के तहत द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ ले रही हैं.
भाषा इनपुट के साथ