Sindhu Netra Satellite रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा विकसित सिंधू नेत्र उपग्रह (Sindhu Netra Satellite) को रविवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेज दिया गया. इस सैटेलाइट के स्थापित होने से हिंद महासागर क्षेत्र में सैन्य युद्धपोत और मर्चेंट शिपिंग दोनों की गतिविधियों की निगरानी के साथ ही देश की निगरानी क्षमताओं को मदद मिलेगी.
DRDO's 'Sindhu Netra' surveillance satellite deployed in space, will help to monitor Indian Ocean Region
— ANI Digital (@ani_digital) February 28, 2021
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उपग्रह को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान)-सी 51 (PSLV c51 ) का उपयोग करके लॉन्च किया गया. जिसका रविवार को सुबह 10:30 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (ISRO Satish Dhawan Space Centre ) से सफल प्रक्षेपण हुआ. इसके अलावा भारत के पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) सी-51 के जरिये ब्राजील के अमेजोनिया-1 और 18 अन्य उपग्रहों का रविवार को यहां श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया गया. खास बात यह है कि इनमें से पांच उपग्रह छात्र निर्मित हैं.
सिंधू नेत्र को बेंगलुरु स्थित पीईएस विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा विकसित किया गया है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के हिस्से, रिसर्च सेंटर इमरत द्वारा 2.2 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था. एक अधिकारी ने कहा कि डीआरडीओ द्वारा यह परियोजना उपग्रह इमेजिंग के माध्यम से संदिग्ध जहाजों की पहचान करने में मदद करेगी.
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