Expo 2020 Dubai: पीयूष गोयल बोले- भारत के साथ व्यापार को लेकर UAE के नेता और निवेशक बेहद सकारात्मक
दुबई में इंडिया पवेलियन के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, भारत में यूएई के बहुत साझा हित हैं और हम प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं, हम एक दूसरे के पूरक हैं. इस लिहाज से यूएई के निवेशक और नेता भारत के साथ व्यापार करने और व्यापार के विस्तार के बारे में बहुत सकारात्मक हैं.
Expo 2020 Dubai दुबई में इंडिया पवेलियन के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बहुत साझा हित हैं और हम प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं, हम एक दूसरे के पूरक हैं. इस लिहाज से संयुक्त अरब अमीरात के निवेशक और नेता भारत के साथ व्यापार करने और व्यापार के विस्तार के बारे में बहुत सकारात्मक हैं.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि यह भारत की ताकत को दर्शाता है. यह एक निवेश है. दुबई ने बहुत ही मित्र देशों को बहुत कम पवेलियन की अनुमति दी है. भारत उनमें से एक है. बता दें कि दुबई एक्सपो 2020 की थीम भारत प्रगति के पथ पर है, जिसके जरिए भारत को विकास और नवाचार के एक बड़े केंद्र के रुप में प्रदर्शित किया गया है. इसमें खुलापन, संभावनाएं और वृद्धि को खास स्तंभ के रूप में रखा गया है.
Dubai has allowed very few pavilions (countries), India is one of them, to retain pavilion even after #Expo2020Dubai gets over. We will keep UAE as a base showing India as an emerging superpower: Union Minister Piyush Goyal, in Dubai pic.twitter.com/2qSTL0vzKr
— ANI (@ANI) October 1, 2021
दुबई एक्सपो के जरिए भारत का फोकस न सिर्फ आर्थिक गतिविधियों पर होगा, बल्कि संस्कृति और विरासत को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित करना है. इसलिए भारतीय पवेलियन के चार मंजिल वाले पहले तल पर सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया गया है. 1 अक्टूबर से 31 मार्च 2022 तक चलने वाले इस मेगा एक्सपो में भारतीय पवेलियन पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है. इसमें 600 ब्लॉक और चार तल बनाये गये हैं, जिनमें भारत की आर्थिक प्रगति को प्रदर्शित किया गया है.
एक्सपो भारत की मौजूदा प्रगति के साथ ही यह भी दिखा रहा है कि वह कैसे ग्लोबल लीडर बन रहा है. भारत के पवेलियन को 11 प्राथमिक थीम पर केंद्रित किया गया है. जिसमें जलवायु एवं जैव विविधता, अंतरिक्ष, शहरी एवं ग्रामीण विकास, सहनशीलता एवं समग्रता, स्वर्णजयंती, नालेज एंड लर्निंग, ट्रैवल एवं कनेक्टिविटी, वैश्विक लक्ष्य, स्वास्थ्य, खाद्य-कृषि एवं रहन सहन तथा जल शामिल हैं. इसके अलावा कुल 25 सब थीम निर्धारित की गई हैं.