ई-पासपोर्ट उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रदान करेगा, इसके लिए डिजिटल सिग्नेचर को डेटा सुरक्षित करने के उद्देश्य से अन्य देशों को भी मान्यता के लिए भेजा जायेगा. यह बातें ई-पासपोर्ट के डेटा सुरक्षा मुद्दे पर लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कही.
एस जयशंकर ने कहा कि ई-पासपोर्ट उच्च स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित करेगा क्योंकि डेटा नियमित पासपोर्ट की तरह कागज पर होगा और सत्यापित चिप्स पर भी होगा. ई पासपोर्ट की सुरक्षा कई स्तर पर होगी, जो डेटा को पूरी तरह सुरक्षित रखेगी.
गौरतलब है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2022-23 का बजट पेश करते हुए यह कहा था कि अब विदेश यात्रा के लिए ई-पासपोर्ट जारी किये जायेंगे. ई-पासपोर्ट में एक चिप लगा होगा.
ई-पासपोर्ट बिलकुल सामान्य पासपोर्ट की तरह होगा. लेकिन इसमें एक खास चिप लगी होगी जिसमें आपका नाम, डेट ऑफ बर्थ, पता सहित कई जरूरी जानकारियां होंगी. इस चिप की मदद से इमिग्रेशन काउंटर्स पर काम जल्दी निपट जायेगा और यात्री की डिटेल का वैरिफिकेशन जल्दी हो जायेगा.
विश्व के देशों में ई-पासपोर्ट की सुविधा है. जिन लोगों के पास पासपोर्ट है उन्हें उसे अपग्रेड कराना होगा, ताकि उसमें चिप लगाया जा सके. भारत में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर साल 2008 में 20 हजार ई-पासपोर्ट राजनयिकों के लिए जारी किये गये थे. इसकी सफलता के बाद ही सरकार ई पासपोर्ट को अब सभी के लिए जारी करने जा रही है.
Also Read: असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में कहा- मैं मौत से नहीं डरता, मुझे नहीं चाहिए जेड श्रेणी की सुरक्षा