Earthquake: तिब्बत में भूकंप के झटकों से कांपी धरती, रिक्टर स्केल पर 4.2 दर्ज हुई तीव्रता
दक्षिणी तिब्बत के झिंजेंग क्षेत्र में 4.2 तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई. तिब्बत में आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई के साथ 33.54 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.41 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया.
दक्षिणी तिब्बत के झिंजेंग क्षेत्र में 4.2 तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके रात लगभग एक बजे महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने अबतक भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की है.
An earthquake with a magnitude of 4.2 on the Richter Scale hit Xizang, Tibet at around 01:12 am: National Centre for Seismology pic.twitter.com/BzEkKvHqpM
— ANI (@ANI) April 2, 2023
पपुआ न्यू गिनी में भी भूकंप के तेज झटके
तिब्बत में आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई के साथ 33.54 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.41 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया. वहीं इससे पूर्व पपुआ न्यू गिनी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.3 मापी गई है.
दक्षिण चीन सागर में 6.1 की तीव्रता से भूकंप आया
चीन भूकंप नेटवर्क्स सेंटर के मुताबिक दक्षिण चीन सागर में 6.1 की तीव्रता से भूकंप आया. स्थानीय समयानुसार आज सुबह तीन बजकर 32 मिनट पर भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र 600 किलोमीटर की गहराई में था. बता दें कि रविवार की सुबह 11 बजे मध्य प्रदेश के जबलपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 दर्ज की गई थी.
क्यों कांपती है धरती?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है. धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं. सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं.