भूकंप के झटके से हिला पहाड़, डोली लेह-लद्दाख और जम्मू-कश्मीर की धरती

भूकंप के झटके से मंगलवार सुबह पहाड़ी राज्य हिल गये. लेह-लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं, हालांकि इसमें किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है. जानें ताजा अपडेट

By Amitabh Kumar | December 26, 2023 7:40 AM

भूकंप के झटके से पहाड़ी राज्य मंगलवार को हिल गये. आज तड़के जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भूकंप के झटके महसूस किये गये. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) की ओर से जो जानकारी दी गई उसके अनुसार, भूकंप देर रात करीब 1.10 बजे 5 किमी की गहराई पर आया. वहीं, आज सुबह लगभग 4:33 बजे लेह, लद्दाख में 4.5 रिक्टर स्केल तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं.

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार किश्तवाड़ जिले में आए भूकंप का केंद्र अक्षांश 33.36 और देशांतर 76.67 पर पाया गया.

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शीतकालीन भूकंप की आशंका

आपको बता दें कि भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसके बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है. यह धरती के किसी भी कोने में कहर बरपा सकता है. भूकंप के कारणों में सबसे प्रमुख है टेक्टोनिक प्लेट, जो पृथ्वी के गर्भ में लावा के उपर बहती रहती है. जब उनमें टकराव होता है, तब भूकंप आता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमालय में हिमखंडों में आइसोस्टेटिक एडजस्टमेंट की एक प्रक्रिया है, जिसका एक खास भार पृथ्वी पर पड़ता है. यह भार भी भूकंप की गति को बढ़ा सकता है. यह भी पाया गया है कि हिमालय का क्षेत्र इसलिए भी संवेदनशील है कि मानसून हर वर्ष बारिश से हिमालय को तर करता है और इसका भार बढ़ने से खासतौर से शीतकालीन भूकंप की आशंका बढ़ती है.

भूकंप से बचने के उपाय

-भूकंप के झटके महसूस होने पर सावधानी और संयम बरतें.

-यदि आप भूकंप के झटके महसूस करते हैं तो सबसे पहले घर से बाहर निकलें और खुली जगह पर जाने का प्रयास करें.

-यदि गली काफी संकरी हो और दोनों ही ओर बहुमंजिला इमारतें बनी हों, तो बाहर निकलने से कोई लाभ नहीं है. ऐसे में घर में ही सुरक्ष‍ित ठिकाने तलाश करें.

-यदि घर से बाहर निकलने में काफी समय लग सकता है, तो घर के कमरे के किसी कोने में या किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छुपने का प्रयास करें.

-आप कोशिश करें कि सिर के साथ-साथ शरीर के अन्य संवेदनशील अंग में चोट नहीं लगे.

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