दिल्ली NCR में महसूस किये गये भूकंप के तेज झटके, कई इलाकों में लोग घरों से निकले बाहर
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के पास है और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मांपी गयी है.
दिल्ली एनसीआर में सोमवार की शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये. झटका इतना तेज था कि कई इलाकों के लोग अपने घरों से बाहर निकल गये. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के पास है और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मांपी गयी है. हालांकि इस झटके की वजह से किसी के जानमाल के हानि की सूचना नहीं मिली है. जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात 11 बजकर 39 मिनट 11 सेकेंड पर ये झटके महसूस किये गये.
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कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
बता दें कि भूंकप की झटके की जांच रिक्टर स्केल से होती है. भूकंप को रिक्टर स्केल पर 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है.
कुछ दिन पहले भी महसूस किये गये थे भूकंप के झटके
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले 11 जनवरी को भी दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. उस वक्त भी लोग घरों से बाहर निकल गए थे. तब इसकी तीव्रता 6.1 मापी गयी था. दिल्ली एनसीआर के अलावे भारत के जम्मू कश्मीर स्थित पुंछ में झटके महसूस किये गए थे.
भूकंप आने पर करें ये काम
अपने घर में सुरक्षित स्थान खोजें:
अगर भूकंप के झटके आपको कभी महसूस हो तो अपने घर के प्रत्येक कमरे में सुरक्षित स्थानों की पहचान करें. जैसे कि आपके घर का कोई आंतरिक कमरा, जिसमें कोई खिड़की नहीं हो. यदि संभव हो, तो किसी मजबूत मेज, डेस्क या दरवाजे जैसी किसी मजबूत चीज के नीचे छिप जाएं.
एक खुली जगह खोजें:
यदि आप बाहर हैं, तो भूकंप में सबसे सुरक्षित स्थान इमारतों, पेड़ों, स्ट्रीटलाइट्स और बिजली लाइनों से दूर एक खुली जगह पर चले जाएं. जमीन पर लेट जाएं और झटके रुकने तक वहीं रहें.
यदि आपके पास छिपने के लिए कोई मजबूत चीज़ नहीं है, तो किसी आंतरिक दीवार के पास झुक जाएं. जब तक झटके बंद न हो जाएं या आप आश्वस्त न हो जाएं कि बाहर निकलना सुरक्षित है.