Earthquake : भारत-बांग्लादेश की सीमा पर भूकंप, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.3
Earthquake in India Bangladesh borders : भारत में एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गये हैं. पश्चिम बंगाल से सटे बंग्लादेश की सीमा के करीब यह झटका महसूस किया गया है. बताया जा रहा है कि भूकंप का यह झटका सुबह तकरीबन साढ़े सात बजे के आसपास महसूस किया गया. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है.
नयी दिल्ली : भारत में एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गये हैं. पश्चिम बंगाल से सटे बंग्लादेश की सीमा के करीब यह झटका महसूस किया गया है. बताया जा रहा है कि भूकंप का यह झटका सुबह तकरीबन साढ़े सात बजे के आसपास महसूस किया गया. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भारत और बांग्लादेश की सीमा पर आज सुबह साढ़े सात बजे भूकंप का झटका लगा. रिक्टर स्केल पर इसका पैमाना 4.3 मापी गई. भूकंप के झटके से कोई बड़े हताहत की खबरें नहीं है.
डेढ़ महीने में पांच बार हिल चुकी है धरती– पिछले डेढ़ महीने में भारत में पांच बार भूकंप आ चुका है, जिसमें अधिकांश समय दिल्ली के आसपास इलाके में आया है. कोरोना महामारी के दौर में भूकंप आने से लोग और अधिक डर गये हैं. हालांकि अभी तक इन सभी भूकंप में कोई बड़े स्तर पर जान-माल की नुकसान नहीं हुई है.
क्यों आता है भूकंप– धरती के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. ज्यादा दबाव बनने लगता है तो ये प्लेट्स टूट जाती है, जिसके बाद एनर्जी बाहर आती है. इसी के बाद भूकंप आता है. भारतीय उपमहाद्वीप में भूकंप के झटके महसूस होते रहते है. टेक्टॉनिक प्लेटों में टक्कर के कारण ही भारतीय उपमहाद्वीप में अक्सर भूकंप आते हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि भूजल में कमी से टेक्टॉनिक प्लेटों की गति में धीमी हुई है.
भूकंप के बार-बार आने से लोगों के मन में एक सवाल लगातार उठ रहे हैं. लोगों के भीतर इससे डर बैठ गया है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हेड (ऑपरेशंस) जे एल गौतम ने भूकंप के बार बार आने के मुद्दे पर टाइम्स ऑफ इडिया से बातचीत की थी जिसमें उन्होंने कहा था, भूकंप फॉल्ट-लाइन प्रेशर की वजह से आए, ऐसा नहीं लगता है.
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उन्होंने कहा, ‘इन लोकल और कम तीव्रता वाले भूकंपों के लिए, फॉल्ट लाइन की जरूरत नहीं है. धरातल के नीचे छोटे-मोटे एडजस्टमेंट्स होते रहते हैं और इससे कभी-कभी झटके महसूस होते हैं. पूरे भारत में 4 जोन है जहां खतरा ज्यादा है. विशेषज्ञों की मानें तो यहां 7.9 तीव्रता तक का भूकंप आ सकता है. पांचवे जोन में भूकंप की तीव्रता 9 तक हो सकती है.’
Posted By : Avinish Kumar Mishra