नेपाल में तबाही के बाद भी नहीं थम रहा भूकंप का खतरा, फिर हिली हिमाचल की धरती, 4.1 रही तीव्रता
Earthquake in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मंडी में भूकंप के झटके महसूस किये गये. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.1 दर्ज की गयी. गौरतलब है कि एक सप्ताह में देश में यह तीसरी बार भूकंप आया है. इससे पहले बीते रविवार को दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.
Earthquake in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मंडी से 27 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम में भूकंप के झटके महसूस किये गये. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 दर्ज की गयी. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप की गहराई जमीन से 5 किमी नीचे थी. मंडी के अलावा कुल्लू और मनाली में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. भूकंप आने के बाद लोगों घरों से बाहर निकल गये. राहत की बात यही है कि भूकंप से किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है.
An earthquake of magnitude 4.1 occurred 27km North-North-West of Mandi, Himachal Pradesh, at around 9.32pm, today. The depth of the earthquake was 5 km below the ground: National Center for Seismology pic.twitter.com/DPYFQuHYuM
— ANI (@ANI) November 16, 2022
एक सप्ताह में तीसरी बार आया देश में भूकंप: गौरतलब है कि देश में एक सप्ताह के भीतर तीसरी बार भूकंप आया है. इससे पहले बीते रविवार को दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. दिल्ली सहित उत्तरी भारत के कुछ राज्यों में शनिवार रात भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. भूकंप का झटका 5.4 तीव्रता का था और इसका केंद्र नेपाल में था जो उत्तराखंड में जोशमठ से 212 किलोमीटर दूर है.
भूकंप से हिल गया था नेपाल: बीते दिनों नेपाल की धरती भी भूकंप से हिल गई थी. मंगलवार को नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. अचम के पास 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था. बता दें, इससे पहले बीते बुधवार को नेपाल में जोरदार भूकंप के झटके महसूस किये गये थे जिसमें 6 लोगों की मौत हो गयी थी.
बहरहाल आज यानी बुधवार को हिमाचल प्रदेश में ज्यादा तीव्रता का भूकंप नहीं आया है. लेकिन हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है. जो कि काफी संवेदनशील है. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी, कांगड़ा समेत कई और इलाके भूकंप को लेकर काफी संवेदनशील क्षेत्र में आते हैं. कई विनाशकारी भूकंप यहां आ चुके हैं.