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पूर्वी लद्दाख में तनाव : वायु सेना प्रमुख ने लेह, श्रीनगर का किया दौरा

वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन से बढ़े तनाव के बीच तैयारियों का जायजा लेने के लिए लेह और श्रीनगर का दो दिवसीय दौरा किया. सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बताया है. वायु सेना ने चीन से लगी 3500 किलोमीटर की सीमा के पास अपने सभी अग्रिम बेस को हाई अलर्ट पर रखा है और झड़प के बाद तैयारियों के तहत लड़ाकू विमान और अन्य जंगी हेलिकॉप्टर जैसे अतिरिक्त संसाधनों को तैनात किया है . एयर चीफ मार्शल भदौरिया बुधवार को वायु सेना के लेह बेस पर पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्वी लद्दाख में संवेदनशील सीमाई क्षेत्रों की हिफाजत में जुटे बल की तैयारियों की समीक्षा की .

By PankajKumar Pathak | June 19, 2020 10:37 PM

नयी दिल्ली : वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन से बढ़े तनाव के बीच तैयारियों का जायजा लेने के लिए लेह और श्रीनगर का दो दिवसीय दौरा किया. सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बताया है.

वायु सेना ने चीन से लगी 3500 किलोमीटर की सीमा के पास अपने सभी अग्रिम बेस को हाई अलर्ट पर रखा है और झड़प के बाद तैयारियों के तहत लड़ाकू विमान और अन्य जंगी हेलिकॉप्टर जैसे अतिरिक्त संसाधनों को तैनात किया है . एयर चीफ मार्शल भदौरिया बुधवार को वायु सेना के लेह बेस पर पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्वी लद्दाख में संवेदनशील सीमाई क्षेत्रों की हिफाजत में जुटे बल की तैयारियों की समीक्षा की .

लेह से वह बुधवार को एक दिन के दौरे पर श्रीनगर गए जहां उन्होंने वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें की . वायु सेना पिछले तीन दिन में लेह और श्रीनगर सहित वायु सेना के महत्वपूर्ण बेस के लिए सुखोई 30 एमकेएल, जगुआर, मिराज 2000 विमान, अपाचे जंगी हेलिकॉप्टर तथा अन्य संसाधनों को भेज चुकी है . पता चला है कि गलवान में सोमवार को झड़प के बाद क्षेत्र में चीनी सेना की हवाई गतिविधि बढ़ने के बाद पिछले कुछ दिनों में पूर्वी लद्दाख में वायु सेना ने तैयारियों को तेज कर दिया है. भदौरिया बुधवार को लेह यात्रा के लिए रवाना हुए थे .

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भदौरिया, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना के दो अन्य अंगों के प्रमुखों के साथ समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की . बैठक में यह फैसला किया गया कि चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास भारतीय थल सेना और वायु सेना के अग्रिम बेस को हाई अलर्ट पर रखा जाएगा .

थल सेना को भी हिंद महासागर में पूरी चौकसी बरतने को कहा गया है, जहां पर चीनी नौसेना की गतिविधियां रहती है. सेना अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में एलएसी के पास सभी अग्रिम बेस और तैनाती स्थल के लिए अतिरिक्त जवानों और हथियारों को पहले ही भेज चुकी है . वायु सेना ने भी सिक्किम, असम, अरूणाचल प्रदेश में अपने बेस के लिए अतिरिक्त संसाधनों को रवाना किया है.

Posted By- pankaj kumar Pathak

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