मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने M3M के डायरेक्टर्स को किया गिरफ्तार, करोड़ों की हेराफेरी का है आरोप
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अप्रैल में जस्टिस सुधीर परमार, उनके भतीजे और M3M ग्रुप के एक अन्य डायरेक्टर रूप कुमार बंसल के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने पंचकूला स्थित स्पेशल कोर्ट के एक पूर्व जस्टिस के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गुरुग्राम स्थित रियल्टी ग्रुप M3M के डायरेक्टर बसंत बंसल और पंकज बंसल को गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. दोनों डायरेक्टर्स को एजेंसी ने कल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया था. मनी लॉन्ड्रिंग के जिस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, वह अप्रैल में स्पेशल कोर्ट के पूर्व जस्टिस, उनके भतीजे और M3M ग्रुप के तीसरे डायरेक्टर रूप कुमार बंसल के खिलाफ हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की प्राथमिकी से संबंधित है.
आरोपी सभी लोगों ने कुछ भी गलत करने से किया इनकार
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अप्रैल में जस्टिस सुधीर परमार, उनके भतीजे और M3M ग्रुप के एक अन्य डायरेक्टर रूप कुमार बंसल के खिलाफ मामला दर्ज किया था. परमार ने कथित तौर पर ईडी और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (CBI) के मामलों में M3M ग्रुप के डायरेक्टर्स और एक अन्य रियल एस्टेट ग्रुप IREO का पक्ष लिया. एसीबी की प्राथमिकी के अनुसार, जस्टिस पर M3M ग्रुप के डायरेक्टर्स और IREO नामक एक अन्य रियल इस्टेट ग्रुप के खिलाफ ईडी और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआई) के मामलों में पक्षपात का आरोप था. जस्टिस को बाद में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने निलंबित कर दिया था. एसीबी मामले में आरोपी सभी लोगों ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है.
M3M प्रमोटर्स और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ छापेमारी
ईडी ने 1 जून को IREO ग्रुप और इसके प्रमोटर ललित गोयल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक अन्य मामले में M3M प्रमोटर्स और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ छापेमारी की. इसके बाद, एजेंसी ने रूप कुमार बंसल और दो अन्य डायरेक्टरों बसंत बंसल और पंकज बंसल को गिरफ्तार किया. इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट से 5 जुलाई तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया गया. हालांकि, ईडी ने अब उन्हें एसीबी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है.
सैकड़ों करोड़ रुपये की धनराशि का गबन
1 जून की छापेमारी के बाद एक बयान में, ED ने आरोप लगाया कि IREO ग्रुप के खिलाफ मामले में M3M ग्रुप के माध्यम से बड़ी मात्रा में सैकड़ों करोड़ रुपये की धनराशि का गबन किया गया. इसने आरोप लगाया कि M3M समूह ने कथित तौर पर IREO समूह से कई परतों में कई शेल कंपनियों के माध्यम से लगभग 400 करोड़ रुपये प्राप्त किए. (भाषा इनपुट के साथ)