छत्तीसगढ़: ‘PSU द्वारा भारी मात्रा में अवैध रूप से बेची जा रही शराब’, ED ने लगाया बघेल सरकार पर गंभीर आरोप
छत्तीसगढ़ में कथित रूप से हुए शराब घोटाला मामले में ईडी ने अदालत में कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्य के स्वामित्व वाली मार्केटिंग कंपनी ने डिस्टिलर्स द्वारा 40 लाख पेटी देशी शराब की आपूर्ति को अपने बहीखातों में दर्ज नहीं किया है. ED के अधिकारियों ने कहा कि यह घोटाला करीब 2000 करोड़ रुपये का हो सकता है.
छत्तीसगढ़ में कथित रूप से हुए शराब घोटाला मामले में कांग्रेस नेता और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद ईडी ने अदालत में कहा कि राज्य सरकार (तत्कालीन प्रमुख) शराब घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ की राज्य के स्वामित्व वाली मार्केटिंग कंपनी ने डिस्टिलर्स द्वारा 40 लाख पेटी देशी शराब की आपूर्ति को अपने बहीखातों में दर्ज नहीं किया और इसे अपने स्वयं के विक्रय के माध्यम से आम जनता को 3,880 रुपये की कीमत पर बेचा. राजकोष को कोई राजस्व अर्जित किए बिना प्रति मामला
40 लाख पेटी शराब की खाता में एंट्री नहीं
द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्राप्त जांच विवरण के अनुसार, डिस्टिलर्स ने कथित तौर पर अप्रैल 2019 और जून 2022 के बीच छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (CSMCL) को देशी शराब के 40 लाख पेटी की आपूर्ति की, लेकिन ये कंपनी की पुस्तकों में दर्ज नहीं थे. इसके अलावा, इन शराब की बोतलों पर कथित तौर पर नकली होलोग्राम चिपकाए गए थे और सीएसएमसीएल आउटलेट के माध्यम से बेचे गए थे. ईडी ने आरोप लगाया, हालांकि, राज्य को इन पर कोई कर राजस्व प्राप्त नहीं हुआ क्योंकि ये सीएसएमसीएल की पुस्तकों में नहीं थे.
2,000 करोड़ का शराब घोटाला, सीएम बघेल ने किया खंडन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है. ईडी को “भाजपा का राजनीतिक एजेंट” बताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल राज्य को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है. ईडी के अधिकारियों ने हालांकि कहा कि यह घोटाला संभवत: 2,000 करोड़ रुपये का हो सकता है.
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