ED Raid In Haryana: गुरुवार को हरियाणा में ईडी की दबिश पड़ी. ईडी ने हरियाणा के यमुनानगर जिले में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत गुरुवार को कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की. सूत्रों की मानें तो धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यमुनानगर, सोनीपत, मोहाली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ और करनाल में दोनों नेताओं और उनसे जुड़ी इकाइयों के 20 परिसरों की तलाशी ली गई. अब खबर निकलकर सामने आ रही है कि पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के यहां छापेमारी में 5 करोड़ कैश, 5 किलो सोना और करीब 300 कारतूस बरामद हुए है. बता दें कि दिलबाग सिंह इनेलो से यमुनानगर सीट से विधायक रह चुके है.
Directorate of Enforcement (ED) recovered illegal foreign-made arms, more than 100 liquor bottles & 5 crore cash and other materials have been recovered including several properties in India & abroad from Dilbag Singh Ex-MLA & his associate's premises: ED pic.twitter.com/dctSya8JEJ
— ANI (@ANI) January 5, 2024
सूत्रों की मानें तो दिलबाग सिंह और उनके सहयोगियों के यहां से अवैध विदेशी हथियार, 100 से अधिक शराब की बोतलें और 4/5 किलोग्राम सोने के बिस्किट बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि ईडी टीमों ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत गुरुवार सुबह यमुनानगर में इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर, कार्यालय व फार्म हाउस पर भी दबिश दी. वहीं, सुरेंद्र पंवार के यहां अभी भी छापेमारी जारी है. सुरेंद्र पंवार सोनीपत से हरियाणा विधानसभा के सदस्य हैं.
Also Read: दिल्ली HC के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने किया रद्द, कहा- ‘युवक को तुरंत हिरासत में लिया जाए’, जानें मामलाईडी टीम की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के सशस्त्र कर्मी मौजूद हैं. धन शोधन का मामला पिछले दिनों यमुनानगर और आसपास के जिलों में हुए कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गईं हरियाणा पुलिस की कई प्राथमिकियों से सामने आया है. ये प्राथमिकियां पट्टा समाप्ति और अदालत के आदेश के बाद भी पूर्व में हुए पत्थर, बजरी और रेत के कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गई थीं. केंद्रीय एजेंसी राजस्व और करों के संग्रह को आसान बनाने और खनन क्षेत्रों में कर चोरी को रोकने के लिए 2020 में हरियाणा सरकार द्वारा लाई गई ऑनलाइन योजना में कथित धोखाधड़ी की भी जांच कर रही है.