लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय ने मेसर्स एनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, संबंधित कंपनियों और निदेशक अजीत कुमार सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में गिरफ्तार करने के बाद उनकी पत्नी व भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी निहारिका सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में ज्यादा मुनाफा का लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया. बताया जाता है कि यह ठगी करीब 600 करोड़ रुपये की हुई है. मामला सामने आने पर जांच शुरू कर दी गयी है. मालूम हो कि अजीत सिंह की गिरफ्तारी पिछले साल जुलाई में ही की गयी थी.
भारतीय विदेश सेवा की निहारिका सिंह इटली के भारतीय दूतावास में डेप्युटी चीफ ऑफ मिशन के तौर पर कार्यरत हैं. उनके पति अजीत सिंह को पूरे धोखाधड़ी के मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
बताया जाता है कि साल 2010 में एनी बुलियन नाम की कंपनी बना कर लोगों को ज्यादा मुनाफा का लालच देकर फंसाया गया. कंपनी में जब करोड़ों रुपये आने के बाद लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया. ईडी ने आरोप लगाया है कि मेसर्स एनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और अन्य संबद्ध कंपनियों का गठन केवल निवेशकों को धोखा देने के लिए बनाया गया था.
बताया जाता है कि लोगों को ज्यादा रिटर्न का सपना दिखाकर मेसर्स एनी बुलियन ट्रेडर्स, एनी कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड, आई विजन इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी में निवेश कराया गया.
निवेशकों को भरोसा दिलाने के लिए कंपनी की जमीन के जाली दस्तावेज निवेशकों को दिखाये गये. बाद में कंपनी ने निवेशकों को ना ही उनकी रकम लौटायी और ना ही प्लॉट दिये. दबाव दिये जाने पर निवेशकों की ओर से जारी किये गये पोस्ट डेटेड चेक भी बैंक में बाउंस हो गये.