नयी दिल्ली: कोरोना वायरस दुनियाभर में कोहराम मचा रहा है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. देश में इस समय कोरोना वायरस से संक्रमण के 80 से ज्यादा मामले सामने आये हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालय लगातार इससे निपटने के प्रयासों में लगे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया है कि 13 मार्च से 15 अप्रैल तक कई देशों पर वीजा प्रतिबंध लगाया गया है. कई तरह की खेल गतिविधियां रद्द कर दी गयी हैं.
विभिन्न राज्यों ने अपनाया ये तरीका: इसी बीच भारत के विभिन्न राज्य भी अपने-अपने तरीके से कोरोना वायरस से निपटने में लग गये हैं. दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों ने लोगों के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके साथ ही विभागीय स्तर पर भी एहतियात के तौर पर आदेश जारी किया गया है. तमाम राज्यों ने इसके तहत सबसे पहले शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है.
साथ ही सार्वजनिक मनोरजंन की जगह जैसे कि जिम, थियेटर, ऑडिटोरियम तथा स्विमिंग पूल आदि को भी बंद रखने का फैसला किया गया है.
दिल्ली सरकार ने लिया है फैसला: दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच एक आपात बैठक की. बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और कई शीर्ष सरकारी अधिकारी शामिल हुए. बैठक के बाद दिल्ली सरकार ने फैसला किया कि 31 मार्च तक दिल्ली में सभी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. इसके अलावा डीयू, जेएनयू और आईआईटी में भी क्लासेज नहीं चलेंगी. 31 मार्च तक दिल्ली के सभी सिनेमाघरों में ताला लटका रहेगा. राष्ट्रपति भवन को भी आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. इस बीच यदि कोई कोरोना को लेकर गलत जानकारी लोगों के बीच साझा करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कर्नाटक में हुई है एक व्यक्ति की मौत: कर्नाटक वो पहला और एकमात्र राज्य है जहां कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. इसलिए राज्य सरकार ने एहतियातन अगले आदेश तक मॉल, थियेटर, नाईट क्लब, पब और स्विमिंग पूल को बंद रखने का फैसला किया है. शादी समारोह और समर कैम्प के आयोजन पर भी रोक लगा दी गयी है. कोरोना वायरस से खतरे की आशंका को देखते हुए तमाम सरकारी डॉक्टरों और मेडिकल ऑफिसर्स की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है.
बिहार में कोरोना 142 संदिग्ध आए सामने: बिहार में कोरोना वायरस के संदिग्ध 142 मामले सामने आये हैं. इनमें से 73 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है जबकि बाकी को निगरानी में रखा गया है. खतरे की आशंका के बीच बिहार सरकार ने 31 मार्च तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है. इस दौरान कॉलेज और कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे. 31 मार्च तक सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी ताला लटका रहेगा. हालांकि 10वीं और 12वीं की सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं पूर्ववत जारी रहेंगी.
मध्य प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान बंद: मध्य प्रदेश में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. सूबे की सरकार ने तमाम निजी और सरकारी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है. हालांकि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं जारी रहेंगी. 5वीं से लेकर 8वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं पर भी रोक नहीं लगाया गया है. ये परीक्षाएं अपनी तय तिथि के मुताबिक ही होंगी.
यूपी ने जारी किया ये खास दिशा-निर्देश: उत्तर प्रदेश में कोरोना से संदिग्ध लोगों के 11 मामले सामने आये हैं. इनमें से 10 का ईलाज लखनऊ तो वहीं 1 संदिग्ध का ईलाज दिल्ली में किया जा रहा है. बता दें कि यूपी के 24 मेडिकल कॉलेजों में 448 बर्थ कोरोना के संदिग्धों के लिए आरक्षित है. वहीं सभी मेडिकल कॉलेजों में सैंपल जांच की सुविधा दी गयी है. हर जिले में आइसोलेशन वॉर्ड भी बनाया गया है. यूपी सरकार ने फैसला किया है कि 22 मार्च तक सूबे के सभी निजी और सरकारी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
महाराष्ट्र में कोरोना महामारी घोषित हुआ: महाराष्ट्र सरकार ने तो कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है. यहां कोरोना के 17 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं. खतरे की आशंका को भांपते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, नागपुर और ठाणे में अगले आदेश तक जिम, ऑडिटोरियम और स्विमिंग पूल को बंद रखने का आदेश दिया है. साथ ही सभी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थानों को भी अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है. सभी तरह की स्पोर्ट्स गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गयी है.
हरियाणा के इन जिलों में ज्यादा खतरा: हरियाणा सरकार ने दिल्ली से सटे जिलों सोनीपत, रोहतक, झज्जर, फरीदाबाद और गुरुग्राम में 31 मार्च तक सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है. हालांकि, बाकी जिलों में स्कूल-कॉलेजों का संचालन पूर्ववत होता रहेगा.
ओड़िशा में कोरोना आपदा घोषित: ओड़िशा के सीएम नवीन पटनायक ने कोरोना वायरस को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत आपदा घोषित कर दिया है. राज्य सरकार ने वायरस से निपटने के लिए 200 करोड़ रुपये जारी किए हैं. साथ ही सभी शिक्षण संस्थानों और सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है.
जम्मू-कश्मीर में भी सभी शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया गया है. किसी भी प्रकार की स्पोर्ट्स गतिविधि पर लगाई गई रोक.
केरल में संक्रमण के 17 मामले सामने आये हैं. सरकार ने 900 लोगों को निगरानी में रखा है. इनमें से कई हाल ही में प्रभावित देशों का दौरा करके वापस लौटे हैं. केरल विधानसभा की कार्रवाई 8 अप्रैल तक स्थगित कर दी गयी है.