Eid ul Fitr: दिल्ली समेत देश के किसी भी हिस्से में मंगलवार को ईद का चांद नजर नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्यौहार अब गुरुवार को मनाया जाएगा. वहीं बुधवार को 30वां और आखिरी रोजा होगा. फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि दिल्ली समेत देश के किसी भी हिस्से में ईद का चांद नजर नहीं आया है, इसलिए ईद का त्यौहार 11 अप्रैल को मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान समेत किसी भी राज्य से चांद दिखने की खबर नहीं मिली है. मुकर्रम ने कहा कि बुधवार को 30वां रोजा होगा और शव्वाल की पहली तारीख बृहस्पतिवार को होगी. शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है.
आज नहीं हुआ चांद का दीदार
वहीं, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि देश के किसी हिस्से से शव्वाल यानी ईद-उल-फित्र का चांद दिखने की कोई खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्सों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल व बिहार में संपर्क किया गया लेकिन कहीं भी चांद नहीं दिखा है. बुखारी ने कहा कि ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी. उधर, मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े इमारत ए शरीया हिंद ने भी ऐलान किया है कि मंगलवार को देश के किसी हिस्से में मीठी ईद का चांद नजर नहीं आया. संगठन ने एक बयान में कहा कि यह पुष्टि की जाती है कि देश के किसी भी हिस्से से चांद दिखने की कोई खबर नहीं है, लिहाज़ा ईद-उल-फित्र 11 अप्रैल को होगी.
गुरुवार को मनाई जाएगी ईद
अभी इस्लामी केलेंडर का नौवां महीना रमजान चल रहा है जिसमें समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं. यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है. इस्लामी केलेंडर के मुताबिक, महीना 29 या 30 दिन का होता है जो चांद दिखने पर निर्भर करता है. पिछले साल रमजान का महीना 29 दिन का था, लेकिन 2022 और 2021 में यह महीना 30 दिन का था और इस बार पवित्र महीना 30 दिन का है.