Eknath Shinde Profile: महायुति 2.0 सरकार में एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया गया है. उन्होंने गुरुवार को पीएम मोदी और दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में आजाद मैदान में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. एकनाथ शिंदे का राजनीतिक सफर बेहद संघर्षों भरा रहा है. राजनीति में उतरने से पहले शिंदे ऑटो ड्राइवर थे. वो वागले एस्टेट इलाके में अपनी गाड़ी चलाते थे.
ऑटो चलाते-चलाते शिवसेना से जुड़े एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ऑटो चलाते-चलाते शिवसेना से जुड़ गए. उन्होंने 80 के दशक में एक आम कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. वो ठाणे के सबसे प्रभावशाली नेता आनंद दीघे की अंगुली पकड़कर आगे बढ़े.
1997 में शिंदे बने थे पार्षद
एकनाथ शिंदे 1997 में सबसे पहले ठाणे महानगर पालिका से पार्षद चुने गए. उसके बाद 2002 में वो दोबारा पार्षद चुने गए. आनंद दीघे जिसका अंगुली पकड़कर शिंदे राजनीति में आगे बढ़े, उनका निधन 2000 में हो गया. दीघे के निधन के बाद शिंदे का कद शिवसेना में बढ़ता चला गया. राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने के बाद शिंदे ठाकरे परिवार के करीबी हो गए. उद्धव ठाकरे के साथ वो हमेशा मजबूती के साथ खड़े रहे.
2004 में पहली बार बने थे विधायक
एकनाथ शिंदे 2004 में पहली बार विधायक बने थे. वो कोपरी पंचखाड़ी विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे. पहली जीत के बाद एकनाथ शिंदे ने लगातार (2009, 2014, 2019) जीत दर्ज की और विधायक बने.
2022 में बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
एकनाथ शिंदे 2022 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे. उन्होंने उद्धव ठाकरे से बगावत कर अपने समर्थकों के साथ बीजेपी से गठबंधन कर सरकार बनाई थी. उसके बाद उन्होंने लंबी लड़ाई लड़कर खुद को असली शिवसेना साबित किया. 2024 चुनाव में महायुति की धमाकेदार जीत के बाद शिंदे बीजेपी की अगुआई वाली सरकार में डिप्टी सीएम बने हैं.