पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियों के लिए निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी को जारी किया नोटिस
भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ‘पनौती’ वाले बयान को लेकर बुधवार को राहुल गांधी के खिलाफ आक्रमण तेज कर दिया था और निर्वाचन आयोग से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया था.
निर्वाचन आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए की गईं ‘पनौती’, ‘जेबकतरे’ और कर्ज माफी संबंधी टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया. आयोग ने उनसे शनिवार शाम तक जवाब देने को कहा है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया था और कहा था कि एक वरिष्ठ नेता द्वारा इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है. निर्वाचन आयोग ने गांधी को याद दिलाया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता नेताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ असत्यापित आरोप लगाने से रोकती है. कांग्रेस नेता ने राजस्थान में हाल की रैलियों में प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए ‘पनौती’, जेबकतरे व अन्य टिप्पणियां की थी.
भाजपा ने खरगे और राहुल पर कार्रवाई की मांग की
इससे पहले भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ‘पनौती’ वाले बयान को लेकर बुधवार को राहुल गांधी के खिलाफ आक्रमण तेज कर दिया था और निर्वाचन आयोग से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया था. भाजपा ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1982 के एिशयाई खेलों के दौरान भारतीय हॉकी टीम का किए गए कथित ‘अपमान’ को याद किया जबकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किए जाने की सराहना की. पार्टी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल और एक अन्य पदाधिकारी ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ भी निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की और उन पर यह झूठा दावा करने का आरोप लगाया कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उनकी जाति गुजरात की अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सूची में शामिल थी.
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पाठक ने कहा कि घांची जाति को 1999 में ओबीसी की सूची में शामिल किया गया था जबकि मोदी 2001 में मुख्यमंत्री बने थे. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को सौंपे गए अपने ज्ञापन में कहा, झूठ का जाल फैलाने में लिप्त खरगे और गांधी की टिप्पणियां इन अपराधियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने और सख्त कार्रवाई की मांग करती हैं क्योंकि उनके आचरण में नैतिक मूल्यों के साथ-साथ चुनाव कानूनों और आदर्श आचार संहिता के दिशानिर्देशों के लिए भी कोई सम्मान नहीं है. अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला और उन्हें ‘घाटिया’ मानसिकता का ‘मूर्ख, अशिक्षित और मूल्यहीन’ व्यक्ति करार दिया, जो ‘वैश्विक रूप से सम्मानित’ नेता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं.