निर्वाचन आयोग राष्ट्रपति चुनाव की तारीख की घोषणा आज करेगा. चुनाव आयोग कार्यक्रम की घोषणा तीन बजे तक कर सकती है. बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अगले राष्ट्रपति का चुनाव इससे पहले ही होना है. राष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों के चुनावी कॉलेज के सदस्यों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी समेत सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से किया जाता है.
चुनावी कॉलेज में राज्यसभा या लोकसभा या विधानसभाओं के नामांकित सदस्य मतदान के योग्य नहीं होते हैं और वे चुनाव में भाग नहीं लेते हैं. इसी तरह विधान परिषदों के नामित सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव में मतदाताओं के तौर पर शामिल नहीं होते हैं. 2017 में राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को हुआ था और मतगणना 20 जुलाई को हुई थी.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म होने जा रहा है. चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी जरूरी तैयारियों पर तेजी से काम चल रहा है. बता दें कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अनुच्छेद 55 के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति की ओर से होता है.
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निर्वाचक मंडल का कुल मूल्य 10,98,803 है. ऐसे में एनडीए बहुमत पाने के आंकड़े से मामूली दूरी पर है. एनडीए को अपना उम्मीदवार को जीताने के लिए बीजेडी और वायएसआरसी के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. पिछली बार राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को 65.35 प्रतिशत मत मिले थे. एनडीए की कोशिश इस बार भी यह आंकड़ा छूने की होगी. जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेडडी से इस मामले में मुलाकात कर चुके हैं. ये कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के लिए पीएम ने समर्थन मांगा है.