Election commission:लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया को देखने 23 देश के प्रतिनिधि पहुंचे भारत
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के चुनावी प्रक्रिया पर पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई है. भारत में चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होते हैं और चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हर स्तर पर कोशिश करता है. भारतीय चुनाव की निष्पक्षता की दुनिया में मिसाल दी जाती है. देश की चुनावी […]
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के चुनावी प्रक्रिया पर पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई है. भारत में चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होते हैं और चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हर स्तर पर कोशिश करता है. भारतीय चुनाव की निष्पक्षता की दुनिया में मिसाल दी जाती है.
देश की चुनावी प्रक्रिया का साझीदार बनेंगे 23 देशों के 75 प्रतिनिधि
इस चुनावी प्रक्रिया को संपन्न कराने के तरीके से अवगत कराने के लिए ग्लोबल इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडी(ईएमबी) को आमंत्रित किया गया है. चुनाव आयोग भारतीय चुनाव प्रणाली की विशेषता से दूसरे देशों काे अवगत कराने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग कार्यक्रम का संचालन करता है और इस कार्यक्रम के तहत कई देशों के प्रतिनिधियों को लोकसभा चुनाव के अनुभव साझा करने के लिए आमंत्रित किया है. देश में चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर भले ही विपक्षी दलों की ओर से सवाल उठाया जाता रहा है, लेकिन 100 करोड़ से अधिक मतदाता वाले देश की चुनावी प्रक्रिया के सफल संचालन की प्रशंसा करने में विकसित देश पीछे नहीं है.
ईवीएम पर उठ रहे सवाल को सुप्रीम कोर्ट ने किया दूर
पहली बार चुनाव आयोग ने 23 देशों भूटान, मंगोलिया, ऑस्ट्रेलिया, फिजी, मेडागास्कर, रूस, माल्डोवा, ट्यूनीशिया, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, फिलीपींस, चिली, जॉर्जिया जैसे देशों के 75 प्रतिनिधि को भारतीय चुनाव प्रक्रिया को अपनी आंखों से देखने के लिये बुलाया है. विदेशी प्रतिनिधिमंडल भारतीय चुनाव प्रक्रिया में अपनायी जाने वाले अच्छे अनुभव को देखेंगे. इस प्रतिनिधिमंडल को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू रविवार को संबोधित करेंगे. फिर प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का दौरा कर चुनावी प्रक्रिया को देखेगा. सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने वाली याचिका दाखिल की गयी थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद ईवीएम को लेकर उठाए गए सवालों को खारिज करते हुए ईवीएम से चुनाव कराने को सही करार दिया. साथ ही अदालत ने कहा कि देश में बैलेट पेपर से चुनाव नहीं कराया जा सकता है क्योंकि देश बैलेट पेपर से होने वाले चुनाव के दौर को भूला नहीं है.