उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राज्यसभा की 11 सीटों के लिए नौ नवंबर को होगा चुनाव, बीजेपी को होगा फायदा
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की 10 सीटों और उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा कर दी. मालूम हो कि सभी सीटें अगले माह रिक्त हो रही हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चुनाव के लिए 20 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जायेगी.
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की 10 सीटों और उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा कर दी. मालूम हो कि सभी सीटें अगले माह रिक्त हो रही हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चुनाव के लिए 20 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जायेगी.
Biennial Elections to the Council of States to fill the seats of members from Uttar Pradesh & Uttarakhand, retiring on 25.11.2020- date of poll n counting 9th November 2020 @PIB_India https://t.co/xkL5Igsg0J
— Spokesperson ECI (@SpokespersonECI) October 13, 2020
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के बीजेपी के राज्यसभा सदस्य हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह एवं नीरज शेखर, समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य चंद्रपाल सिंह यादव, रामगोपाल यादव, राम प्रकाश वर्मा व जावेद अली खान, बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सदस्य राजाराम व वीर सिंह और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पन्ना लाल पूनिया अगले माह 25 तारीख को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. वहीं, उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य अभिनेता सह नेता राज बब्बर का कार्यकाल भी 25 नवंबर को समाप्त हो रहा है.
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चुनाव के लिए 20 अक्तूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी की जायेगी. वहीं, नामांकन की अंतिम तिथि 27 अक्तूबर को होगी. नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्तूबर को होगी. नामांकन वापसी की अंतिम तिथि दो नवंबर होगी.
सभी 11 सीटों के लिए मतदान नौ नवंबर को होगा. वहीं, नौ नवंबर की शाम को पांच बजे मतगणना की जायेगी. साथ ही निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सभी प्रक्रिया पूरी करने के लिए अंतिम तिथि 11 नवंबर तय की है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायकों की संख्या को देखते हुए वह आठ सदस्यों को आसानी से राज्यसभा भेज सकती है. वहीं, दूसरे दलों के विधायकों का अतिरिक्त समर्थन मिल जाने पर बीजेपी नौ सदस्यों को भी राज्यसभा भेज सकती है. जबकि, समाजवादी पार्टी के विधायकों की संख्या को देखते हुए वह एक सदस्य को राज्यसभा भेज सकता है.
इधर, कांग्रेस और बसपा विधायकों की संख्या कम होने के कारण राज्यसभा ये दोनों पार्टियां अपने दम पर किसी को राज्यसभा नहीं भेज पायेंगी. ऐसे में समाजवादी पार्टी की रिक्त हो रहीं पांच सीटों में चार सीटों का नुकसान हो सकता है. वहीं, बसपा को भी अपनी दोनों सीटों का नुकसान उठाने की संभावना है. जबकि, बीजेपी को छह से सात सीटों का फायदा मिलने की उम्मीद है.