‘बीजेपी-कांग्रेस को वोट दिया तो लगेंगे पावर कट के झटके’, अरविंद केजरीवाल ने बिजली को लेकर कसा तंज
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, क्या कोई कांग्रेस या भाजपा शासित राज्य का नाम बता सकता है जहां 24 घंटे बिजली उपलब्ध है? उन्होंने आगे कहा, पिछले 75 साल में कांग्रेस ने किसी भी राज्य में 24 घंटे बिजली उपलब्ध नहीं कराया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ में लोगों को संबोधित करते हुए रविवार को भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पर जमकर हमला किया. केजरीवाल ने कहा, दोनों ही पार्टियों को वोट दिया, तो पावर कट लगेंगे.
क्या कोई कांग्रेस या भाजपा शासित राज्य का नाम बता सकता है जहां 24 घंटे बिजली उपलब्ध है : केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, क्या कोई कांग्रेस या भाजपा शासित राज्य का नाम बता सकता है जहां 24 घंटे बिजली उपलब्ध है? उन्होंने आगे कहा, पिछले 75 साल में कांग्रेस ने किसी भी राज्य में 24 घंटे बिजली उपलब्ध नहीं कराया. यदि आप उनमें से किसी को भी वोट देते हैं, तो केवल बिजली कटौती होगी और आपकी पूरी बचत बिजली बिल का भुगतान करके समाप्त हो जाएगी.
केजरीवाल ने कहा- बिजली फ्री चाहिए तो AAP एक मात्र ऑप्शन
अरविंद केजरीवाल ने लोगों से आम आदमी पार्टी के लिए वोट की अपील करते हुए कहा, हम अपने लिए वोट नहीं मांग रहे हैं. हम आपकी बात कर रहे हैं. अगर 24 घंटे बिजली चाहिए और फ्री बिजली चाहिए, तो आपके पास एक मात्र ऑप्शन आम आदमी पार्टी है.
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"#WATCH | Chandigarh: "Can anybody name a state ruled by Congress or BJP where 24 hours electricity is available?… If you vote for either of them, there will be only power cuts & your entire savings will be finished by paying the electricity bill…": AAP Convener and Delhi CM… pic.twitter.com/4WdBxoksl7
— ANI (@ANI) July 9, 2023
अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से अध्यादेश के खिलाफ मांगा था समर्थन
मालूम हो दिल्ली पर केंद्र सरकार के अध्यादेश के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों देशभर में घुम-घुमकर विपक्षी दनों का समर्थन जुटाने में जुटे थे. उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं से इस मुद्दे को लेकर मुलाकात भी की थी. जिसमें उन्हें कई पार्टियों का समर्थन भी मिला. हालांकि उन्हें कांग्रेस से निराशा हाथ लगी है. केजरीवाल ने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था. लेकिन अबतक उन्हें न तो मिलने का समय दिया गया है और न ही समर्थन का आश्वासन ही मिला है.
विपक्षी एकता को लग सकता है झटका
बिहार की राजधानी पटना में पिछले दिनों कांग्रेस सहित देश की कई विपक्षी पार्टियां एक मंच में जुटी थीं. जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए एकजुट होने की योजना बनी थी. उस बैठक में अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता भी शामिल हुए थे. हालांकि अध्यादेश का समर्थन करने के शर्त पर ही आप ने विपक्षी एकता में शामिल होने की बात बोलकर बीच बैठक से ही दिल्ली वापस लौट गये थे. जिसके बाद से विपक्षी एकता में टूट को लेकर कयास भी लगाये जाने लगे हैं.