जम्मू-कश्मीर: गुलाम नबी आजाद के घर की बत्ती गुल, बिजली विभाग ने नबी समेत कई BJP नेताओं के घर की बिजली काटी

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और डेमोक्रेटिक आजाद प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद के घर की बिजली काट दी गई है, इसके अलावा जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंदर रैना समेत अन्य के घर की पावर सप्लाइ भी ठप है.

By Abhishek Anand | March 12, 2023 12:54 PM

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और डेमोक्रेटिक आजाद प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद के घर की बिजली काट दी गई है. बताएं कि, 2 लाख रुपये अधिक के पावर टैरिफ बिल का भुगतान नहीं किए जाने की वजह से रविवार को यह कार्रवाई हुई. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंदर रैना समेत अन्य के घर की पावर सप्लाइ भी ठप है.

2 लाख से अधिक बकाये के बाद काटी गई बिजली 

मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार, राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष के करीबी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है की गुलाम नबी आजाद के घर की बिजली काट दी गई है. वहीं बीजेपी नेता रविंदर रैना का दावा है कि वह नियमित रूप से बिजली बिल का भुगतान करते हैं. उन्होंने कहा कि इस समय वह राजौरी में हैं और जम्मू पहुंचकर पता लगाएंगे कि बिजली का कनेक्शन क्यों काटा गया.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना के घर की बिजली भी गुल 

आजाद और रैना के अलावा एक अन्य प्रमुख नेता नीलम लंगेह के घर की बिजली भी बकाया जमा नहीं कराने का कारण काट दी गई है. नीलम लंगेह भाजपा के नेता हैं और रामबन सीट से विधायक रह चुके हैं. ये तीनों नेता जम्मू शहर के एक संपन्न इलाके गांधी नगर में सरकारी आवास में रहते हैं. बिजली विभाग के सूत्रों ने कहा कि उनका बकाया 2 लाख रुपये से अधिक हो गया था. इसलिए उनके घरों की बिजली को काट दिया गया. इसके साथ ही देश भर में चलने वाली एक प्रमुख रेस्तरां श्रृंखला के गांधी नगर आउटलेट की बिजली आपूर्ति भी काटने की चेतावनी दी गई है.

बिजली विभाग ने बताई वजह 

वहीं इस मामले पर बिजली विभाग ने कहा कि जम्मू की बाल्मीकि कॉलोनी में रहने वाले लोगों के घरों की बिजली सप्लाई भी बंद कर दी गई है. वहां के लोगों को निजी बकाया भी 2 लाख रुपये से अधिक हो गया था. इस कॉलोनी के निवासी पड़ोसी राज्य पंजाब से लाए गए थे और कई दशक पहले जम्मू में बस गए थे.

बाल्मीकि कॉलोनी के निवासियों ने किया दावा 

इधर बाल्मीकि कॉलोनी के निवासियों ने दावा किया कि उन्हें जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन राज्य सरकार ने इस वादे के साथ यहां बसाया था कि उन्हें स्वच्छता के काम के बदले सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाएंगी. गौरतलब है कि सितंबर 2022 में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बकाया भुगतान न करने के कारण घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिलों पर लगे ब्याज में माफी की घोषणा की थी.

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