29.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

औरंगाबाद में चलती फिरती पंचर की दुकान ने लॉकडाउन में भी कमाये पैसे

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण औरंगाबाद में टायर पंक्चर मरम्मत वाली एक दुकान के मालिक की रोजी रोटी पर भी संकट पैदा हो गया लेकिन उसने चुनौतीपूर्ण दौर में भी एक नायाब तरीका निकाला और अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर गाड़ियों में पंक्चर लगाने का काम करने लगा .

औरंगाबाद (महाराष्ट्र) : कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण औरंगाबाद में टायर पंक्चर मरम्मत वाली एक दुकान के मालिक की रोजी रोटी पर भी संकट पैदा हो गया लेकिन उसने चुनौतीपूर्ण दौर में भी एक नायाब तरीका निकाला और अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर गाड़ियों में पंक्चर लगाने का काम करने लगा .

शहर के शाहनूर मियां दरगाह चौक पर पंक्चर ठीक करने की दुकान चलाने वाले शेख इमरान (45) ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उन्हें भी अपनी दुकान बंद करनी पड़ी. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महामारी को काबू में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे थे.”

Also Read: सुशांत सिंह राजपूत मामले में अब दर्ज हुआ आदित्य चोपड़ा का बयान

इमरान ने कहा, ‘‘तीन साल पहले मैंने एक प्रयोग करते हुए अपने स्कूटर पर एयर कम्प्रेसर लगाया जो स्कूटर के इंजन से ही चलता है और इसके बाद मैंने शहर में अलग-अलग दुकानों पर पहुंच कर पंक्चर ठीक करने का काम शुरू कर दिया. लॉकडाउन के दौरान यह मेरे काम आया.” उन्होंने कहा, ‘‘आपात सेवाओं में लगे कुछ लोगों ने मेरा मोबाइल नंबर ले लिया. वे मुझे टायर पंक्चर लगाने के लिए बुलाने लगे.”

इमरान ने बताया, ‘‘मैंने लॉकडाउन के दौरान रोज कम से कम 500 रुपये कमाए. मैं पिछले 10 साल से पंक्चर ठीक करने की दुकान चला रहा हूं लेकिन घूम-घूम कर पंक्चर ठीक करने का काम मैंने तीन साल पहले शुरू किया था जिसने अब मेरी मदद की.” यह पूछने पर कि क्या महामारी के दौरान काम करने से डर नहीं लगा, इस पर इमरान ने कहा, ‘‘मुझे पैसा कमाने के लिए बाहर जाना पड़ा. मैंने सुरक्षा के सभी कदमों का पालन किया.”

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें