छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़, क्रॉस फायरिंग में छह माह की बच्ची की मौत, दो जवान घायल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों के जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था और दल के जवान जब मुतवंडी गांव के करीब थे तब नक्सलियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ सोमवार को मुठभेड़ के दौरान ‘क्रॉस फायरिंग’ में छह माह की बच्ची की मृत्यु हो गई तथा उसकी मां घायल हो गई. वहीं, मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए हैं.
गश्ती कर रहे जवानों पर नक्सलियों ने की गोलीबारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के गंगालूर थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों के जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था और दल के जवान जब मुतवंडी गांव के करीब थे तब नक्सलियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुतवंडी गांव के निकट शाम करीब पांच बजे सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान ‘क्रास फायरिंग’ में मुतवंडी गांव की छह माह की बच्ची की मृत्यु हो गई और उसकी मां के हाथ में गोली लगी है. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवान भी घायल हुए हैं.
#WATCH | Chhattisgarh: Two DRG personnel were injured in an encounter with Naxal in Bijapur. We have received info that a six-month-old girl from Mutwandi village was killed, and her mother was hurt in the crossfire by Naxalites. The injured woman has been sent to the district… pic.twitter.com/oHuBbDZf6t
— ANI (@ANI) January 1, 2024
डीआरजी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों का खोजी अभियान जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद पीड़ित परिवार की सहायता के लिए तत्काल जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस बल के जवान पहुंच गए थे. उन्होंने बताया कि घायल महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में भैरमगढ़ एरिया कमेटी सचिव चन्द्रन्ना और एरिया कमेटी सदस्य मंगली के दल के कुछ सदस्यों के घायल होने की जानकारी मिली है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में डीआरजी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान खोजी अभियान पर हैं.
नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सीएपीएफ के 3,000 कर्मियों को ओडिशा से छत्तीसगढ़ भेजा जाएगा
माओवादियों के अंतिम गढ़ों में उनके खिलाफ अभियान तेज करने की रणनीति के तहत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 3,000 से अधिक कर्मियों की तीन बटालियन ओडिशा से छत्तीसगढ़ जाएंगी और इतनी ही संख्या में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की इकाइयां छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के गढ़ अबूझमाड़ के भीतरी इलाकों में जाएंगी. गृह मंत्री ने एक दिसंबर को कहा था, बीएसएफ, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) और आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) जैसे बल एलडब्ल्यूई (वामपंथी उग्रवाद) के खिलाफ आखिरी प्रहार कर रहे है. हम देश में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.