दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध हो, प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र सरकार से गोपाल राय ने की मांग

गोपाल राय ने आज कहा कि इस साल पिछले वर्ष की तुलना में दशहरे के दौरान कम पटाखे फोड़े गए हैं, यह दिल्ली के पर्यावरण के लिए बेहतर है.

By Rajneesh Anand | October 25, 2023 1:20 PM
an image

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र सरकार से यह मांग की है कि दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाए. गोपाल राय ने यह कहा कि अगर पटाखों पर प्रतिबंध रहे तो दिल्ली के स्वास्थ्य पर बेहतर प्रभाव पड़ेगा. गोपाल राय ने आज कहा कि इस साल पिछले वर्ष की तुलना में दशहरे के दौरान कम पटाखे फोड़े गए हैं, यह दिल्ली के पर्यावरण के लिए बेहतर है.



पीएम 2.5 वाहनों से होने वाला प्रदूषण

गोपाल राय ने कहा कि हम स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं, इससे पता चलता है कि दिल्ली में पीएम 10 का प्रदूषण कम हो रहा है. इसे रोकने के लिए पूरी दिल्ली में धूल विरोधी अभियान चलाया गया है और सभी क्षेत्रों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि धूलकण को रोका जा सके. पीएम 2.5 वाहनों से होने वाला प्रदूषण है और यह पराली के जलने से भी बढ़ता है. इस प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सचिवालय में एक बैठक बुलाई गई है. 26 अक्टूबर से जन जागरूकता अभियान – ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’…भी शुरू किया जाएगा. गोपाल राय ने कहा कि पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या बढ़ती तो है, लेकिन अभी यह समस्या बहुत गंभीर नहीं हुई है.

आज सुबह दिल्ली में AQI 190

गौरतलब है कि ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है. यही वजह है कि दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए दूसरे स्तर के उपाय किए जा रहे हैं. आज लाल किले के आसपास प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा देखा गया. गुवाहाटी से यहां आये विष्णु कुमार पाल ने सुबह की सैर के दौरान बताया कि यहां प्रदूषण बहुत ज्यादा है. मास्क पहनना पड़ रहा है. वहीं एक अन्य व्यक्ति ने राकेश कुमार ने बताया कि लाल किले के आसपास हम पहले सुबह के 8-9 बजे तक टहल लेते थे, लेकिन अब स्थिति खराब हो गई है, प्रदूषण की वजह से 6-7 बजे बजे के बाद सैर करना मुश्किल हो जाता है. आज सुबह दिल्ली में AQI 190 था, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है, जबकि सोमवार को यह 306 तक पहुंच गया था जो खराब स्तर में गिना जाता है. नोएडा में आज समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 218 ​था, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है.

Also Read: राजस्थान : अशोक गहलोत ने बगावत का किया जिक्र, कहा- ‘उनका पाला किससे पड़ा उन्हें पता नहीं’

Exit mobile version