अभी साल 2014 चल रहा है, अरे हैरान मत होइये पता है कि साल 2021 चल रहा है लेकिन हम बात कर रहे हैं एक ऐसे देश की जो अब भी साल 2014 में चल रहा है, नहीं फिल्मों की तरह कोई टाइम ट्रेवल नहीं है जिसमें हम वक्त से पहले और वक्त से आगे निकल सकें यहां बात हो रही है एक ऐसे देश की जिसका कैलेंडर पीछे चल रहा है.
अफ्रीकी देश इथियोपिया का कैलेंडर दुनिया से 7 से 8 साल पीछे चलता है और यहां इस हिसाब से अभी साल 2014 ही चल रहा है. यहां साल में 12 के बजाये 13 महीने चलता है. ना सिर्फ कैलेंडर के मामले में बल्कि यह देश कई मामलों में दुनिया के दूसरे देशों से बिल्कुल अलग है.
11सितंबर को मनाया जाता है नया साल
इस देश में 85 लाख की आबादी है अफ्रीका का यह देश जिसे इथियोपिया के नाम से जाना जाता है यहां इनका अपना कैलेंडर है जिसे ग्रेगोरियन कैलेंडर के नाम से जाना जाता है यह आठ साल से ज्यादा पीछे चल रहा है यहां नया साल 1 जनवरी को नहीं बल्कि 13 महीने बाद यानि 11 सितंबर को आता है.
क्या है वजह
यह कोई नया कैलेंडर नहीं है इसकी शुरुआत 1582 में हई थी . इससे पहले जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल हुआ करता था. कैथोलिक चर्च को मानने वाले देशों ने नया कैलेंडर स्वीकार कर लिया, जबकि कई देश इसका विरोध कर रहे थे. इनमें इथियोपिया भी एक था.
चर्च का रहा है असर
इस देश में रोमन चर्च का असर रहा है . यहां ऐसी मान्यता है कि कि ईसा मसीह का जन्म 7 बीसी में हुआ और इसी के अनुसार कैलेंडर की गिनती शुरू हुई. जबकि दुनिया का बाकी देशों में ईसा मसीह का जन्म AD1 में बताया गया है. इसी मान्यता की वजह से यह देश दूसरे देशों से कैलेंडर के मुकाबले पीछे चल रहा है.
सिर्फ कैलेंडर ही नहीं यह भी है इस देश की खासियत
यहां आखिरी महीने पाग्युमे के नाम से जाना जाता है . यह महीना साल के उन दिनों की याद में जोड़कर बनाया गया है, जो किसी वजह से साल की गिनती में नहीं आ पाते हैं. इस देश में सिर्फ कैलेंडर ही खास नहीं है पूरी दुनिया में इसकी पहचान भी अलग है यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल जगहों में सबसे ज्यादा जगहें इथियोपिया की हैं. यहां दुनिया की सबसे गहरी और लंबी गुफा, दुनिया की सबसे गर्म जगहों में से एक और ढेर सारी प्राकृतिक सुंदरता