नई दिल्ली : यूरोप में एक बार फिर कोरोना महामारी का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा है. आलम यह कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि यूरोप दोबारा कोरोना महामारी का हॉटस्पॉट बन गया है. फिलहाल, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह पश्चिमी यूरोप के कई देशों में फिर लॉकडाउन लगाया जाने लगा है. वहीं, भारत में कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले 24 घंटों के दौरान तकरीबन 555 लोगों की मौत हो गई है.
शनिवार की सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई है और यह फिलहाल 11,850 हो गया है, जबकि इस दौरान तकरीबन 555 मरीजों की मौत हो गई है. हालांकि, देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब भी 1,36,308 है, जो बीते 274 दिनों में सबसे कम बताई जा रही है.
जहां तक पश्चिमी यूरोप में कोरोना के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी का सवाल है, तो आस्ट्रिया में कोरोना रोधी टीका न लगवाने वालों के खिलाफ वहां की सरकार ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है. यहां पर कोरोना का टीका नहीं लगवाने वालों को लॉकडाउन की तरह घरों में ही रहने का आदेश दिया गया है.
आस्ट्रिया के चांसलर अलेक्जेंडर शालेनबर्ग ने शुक्रवार को ही इस बात ऐलान किया है कि अपर आस्ट्रिया और साल्जबर्ग में कोरोना का टीका नहीं लगवाने वाले जरूरी सामान लेने, नौकरी करने या डॉक्टरों से मिलने के लिए बाहर निकल सकते हैं.
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मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिमी यूरोप में जर्मनी और ब्रिटेन में दुनिया भर में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इन दोनों देशों में कोरोना का टीका सबसे अधिक लगाया गया है. पश्चिमी यूरोप के प्राय: सभी देशों में कोरोना टीकाकरण की दर 60 फीसदी से अधिक है. पुर्तगाल और स्पेन में यह दर तो और भी अधिक बताई जा रही है.