यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने 12 से 17 साल के बच्चों के लिए मॉडर्ना के कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. यूरोपीय संघ के ड्रग रेग्यूलेटर ने बताया कि 12 से 17 वर्ष के 3,732 बच्चों पर इस वैक्सीन के प्रभावों की जांच की गयी उसके बाद इसे मंजूरी दी गयी है.
ड्रग रेग्यूलेटर के अनुसार इस अध्ययन में पाया गया कि बच्चों में उसी तरह की एंटीबाॅडीज पायी गयी जैसी कि 18 से 25 साल के युवाओं में देखी गयी थी. हिंदुस्तान टाइम्स में इससे संबंधित खबर प्रकाशित हुई है.
2,163 बच्चों को मााॅडर्ना का स्पाइकवैक्स वैक्सीन दिया गया था जिनमें से कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुआ. ईएमए ने कहा कि 12 से 17 साल के बच्चों में मॉडर्न के कोविड -19 वैक्सीन की प्रभावकारिता वैसी ही है जैसी की बड़ी में है.
बच्चों में स्पाइकवैक्स वैक्सीन का जो आम साइड इफैक्ट दिखा वो है इंजेक्शन के स्थान पर दर्द और सूजन, सिरदर्द, उल्टी और बुखार होना शामिल है. कुछ ही दिनों में यह साइड इफैक्ट समाप्त हो गये. अध्ययन में पाया गया कि वैक्सीन का लाभ साइड इफैक्ट से ज्यादा है.
भारत में भी बच्चों के वैक्सीन का ट्राॅयल चल रहा है और सितंबर तक वैक्सीन के उपलब्ध हो जाने की उम्मीद है. एम्स के डारेक्टर डाॅ रणदीप गुलेरिया ने आज भी इस बात की पुष्टि की है.
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Posted By : Rajneesh Anand