नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को दिल्ली पुलिस की ओर से हिरासत में लिये जाने की खबर सामने आ रही है. मीडिया की खबरों में बताया जा रहा है कि खाप पंचायत के सदस्यों के साथ उन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है. इससे पहले, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बीमा घोटाला मामले में पूछताछ के लिए उन्हें तलब किया है. इसी बीच, खबर यह आई कि शनिवार की सुबह दिल्ली पुलिस ने सत्यपाल मलिक को हिरासत में ले लिया है. हालांकि, दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने इससे इनकार किया है.
आरके पुरम में आयोजित की गई थी खापों की पंचायत
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के समर्थन में शनिवार को आरके पुरम में एक खाप पंचायतों की बैठक आयोजित की गई थी. हालांकि, इस खाप पंचायत की बैठक को आयोजित करने की अनुमति दिल्ली पुलिस और रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की ओर से नहीं दिए जाने की वजह से उसे रद्द कर दिया गया. खाप पंचायतों में हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली की करीब 36 खाप पंचायतों के प्रमुख नेता शामिल थे.
आरके पुरम थाने की तस्वीर किया पोस्ट
मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि आरके पुरम में खाप पंचायतों की बैठक रद्द किए जाने के बाद पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आरके पुरम में अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा कि मैं इस समय दिल्ली के आरके पुरम थाने में बैठा हूं. पुलिस मुझे कुछ समय में छावला थाने ले जा सकती है. वहीं, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने आरोप लगाया कि खाप पंचायतों के प्रधानों और सत्यपाल मलिक को आरके पुरम में गिरफ्तार किया. सत्यपाल मलिक और उन्हें जल्द ही सीबीआई का समन मिल गया.
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पुलिस उपायुक्त ने आरोपों का किया खंडन
हालांकि, इस बीच, दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने सत्यपाल मलिक की गिरफ्तार के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि हमने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को हिरासत में नहीं लिया है. वह समर्थकों के साथ अपनी मर्जी से आरके पुरम पुलिस स्टेशन आए हैं और हमने उन्हें सूचित किया है कि वह अपनी मर्जी से जा सकते हैं.