National Herald Case: सोनिया-राहुल पर ED की कार्रवाई से कांग्रेस को पहुंचेगा फायदा? पढ़ें यह रिपोर्ट

चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी ने 100 जीप खरीदी थी. उस खरीदारी पर आरोप लगा था कि उसमें जो पैसा लगा है वो उद्योगपतियों ने दिया था और सरकारी पैसा का इस्तेमाल किया गया था. इसी को बहाना बनाकर इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया गया. लेकिन गिरफ्तारी से इंदिरा गांधी और कांग्रेस को काफी फायदा हुआ.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2022 7:21 PM

National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं. इस मामले में ईडी को इससे जुड़ी संस्थाओं के बीच हवाला लेनदेन के सबूत मिले हैं. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर दिल्ली में यंग इंडियन का ऑफिस सील कर दिया था. ईडी दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है. इसी कड़ी में इंडिया टुडे के मुताबिक, जांच के दौरान ईडी को यंग इंडिया लिमिटेड दफ्तर से ऐसे सबूत मिले हैं जो हवाला लेनदेन की ओर इशारा कर रहे हैं.

ईडी कार्रवाई पर भड़के राहुल, कहा हम डरते नहीं हैं

वहीं, नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की कार्रवाई से राहुल गांधी खासे नाराज है. उन्होंने ईडी की तरफ से यंग इंडिया के दफ्तर को सील किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. राहुल ने कहा है कि वो पीएम मोदी से नहीं डरते. राहुल ने कहा कि उन्हें जो करना है कर लें हम डरने वाले नहीं है. हमारा काम संविधान की रक्षा के लिए लड़ना है. देश के सम्मान के लिए लड़ना है. यह जंग जारी रहेगी. पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि वो तोकतंत्र से इतर काम कर रहे हैं.

सोनिया राहुल से पूछताछ

गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी सोनिया गांधी और राहुल गांधी ईडी के निशाने पर हैं. ईडी इस मामले में सोनिया और राहुल से मैराथन पूछताछ कर रही हैं. ईडी ने बीते महीने 21 जुलाई और और 26 जुलाई को सोनिया गांधी को तलब किया था. सोनिया से पहले ईडी ने राहुल गांधी से भी घंटों पूछताछ की थी. बता दें, हेराल्ड मामले को लेकर ईडी ने दिल्ली, कोलकाता समेत कई शहरों में छापेमारी भी की है. ईडी केस से जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रही है.

घोटाला के आरोप में इंदिरा गांधी हुईं थी गिरफ्तार

3 अक्टूबर 1977 को पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया गया था. उस समय देश के तात्कालिक प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई थे. बता दें, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी ने 100 जीप खरीदी थी. उस खरीदारी पर आरोप लगा था कि उसमें जो पैसा लगा है वो उद्योगपतियों ने दिया था और सरकारी पैसा का इस्तेमाल किया गया था. इसी को बहाना बनाकर इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया गया.

जीप स्कैम को आधार बनाकर इंदिरा गांधी को 1977 में गिरफ्तार तो कर लिया गया. लेकिन इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी कांग्रेस के लिए सजा कम वरदान ज्यादा साबित हुई. गिरफ्तारी से इंदिरा गांधी और कांग्रेस को काफी फायदा हुआ. देश में इंदिरा गांधी के खिलाफ ऐसी सहानुभूति की बयार बही जिसने इमरजेंसी की कड़वी यादों को दबा दिया. और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जोरदार वापसी हुई.

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