18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Explainer: फिर से दिल्ली क्यों लौटे किसान, क्या है महापंचायत का मकसद

जंतर-मंतर में आयोजित महापंचायत में पंजाब, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के कुछ हिस्सों से किसानों से हिस्सा लिया. किसानों का आरोप है कि पहले किसानों के आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने हमारी सभी मांगों पर विचार करने का वादा किया था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.

केंद्रीय सरकार के तीन कृषि कानून का विरोध करते हुए किसानों ने दिल्ली में करीब एक साल से अधिक समय तक धरना प्रदर्शन किया था. हालांकि केंद्र सरकार कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया था. लेकिन एक साल के बाद फिर से किसान दिल्ली की ओर वापस लौटे. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अगुआई में जंतर-मंतर में किसानों ने महापंचायत किया. जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया.

क्यों वापस दिल्ली लौटे किसान

किसानों ने दिल्ली लौटने और महापंचायत करने का बड़ा उद्देश्य है बेरोजगारी. संयुक्त किसान मोर्चा ने इस महापंचायत के माध्यम से केंद्र सरकार को बेरोजगाारी के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की. हालांकि इसके अलावा भी किसानों के मुद्दे हैं, जिसपर महापंचायत में चर्चा किया गया. ऐसी भी खबर है कि किसानों की मांग है कि किसान आंदोलन के दौरान जितने भी मामले दर्ज किये गये हैं, उन्हें वापस लिया जाए. एसकेएम के सदस्य और ‘महापंचायत’ के आयोजक अभिमन्यु सिंह कोहर ने कहा, महापंचायत एक दिवसीय शांतिपूर्ण कार्यक्रम है, जहां हम एमएसपी पर कानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक 2022 रद्द करने समेत अपनी मांगों को दोहराएंगे.

Also Read: दिल्ली किसानों की ‘महापंचायत’ से जाम, इन मार्ग पर जाने से बचें

कहां-कहां से किसानों ने महापंचायत में हिस्सा लिया

जंतर-मंतर में आयोजित महापंचायत में पंजाब, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के कुछ हिस्सों से किसानों से हिस्सा लिया. किसानों का आरोप है कि पहले किसानों के आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने हमारी सभी मांगों पर विचार करने का वादा किया था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. इसलिए हम फिर से अपनी मांगें उठाएंगे और उन पर चर्चा करेंगे तथा आंदोलन की भावी रणनीति बनाएंगे.

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने किया था एक साल से अधिक समय तक आंदोलन

गौरतलब है कि नवंबर 2020 में पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के हजारों किसानों ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाल लिया था. इन कानूनों को एक साल बाद निरस्त कर दिया गया. केंद्र ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी सुरक्षा, किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने समेत उनकी अन्य मांगों पर विचार करने का वादा किया था, जिसके बाद गत वर्ष दिसंबर में किसानों ने अपना आंदोलन निलंबित कर दिया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें