नयी दिल्ली : भारत में चल रहे फेसबुक (Facebook) विवाद पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने फेसबुक (Facebook) के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) को पत्र लिखा है. रविशंकर प्रसाद ने जकरबर्ग को भेजे गए लेटर में लिखा है कि फेसबुक इंडिया की टीम राजनीतिक विचारधारा के आधार पर भेदभाव करती है.
I've been informed that in run up to 2019 LS Polls, there was concerted effort by FB India to not just delete pages or substantially reduce their reach but also offer no right of appeal to affected ppl who're supportive of right-of-centre ideology: Union Min RS Prasad to FB CEO. pic.twitter.com/bmyUppp7nz
— ANI (@ANI) September 1, 2020
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपने पत्र में लिखा कि फेसबुक इंडिया टीम में कई वरिष्ठ अधिकारी एक विशेष राजनीतिक विचारधारा क समर्थक हैं. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि फेसबुक के कर्मचारी पीएम मोदी और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के प्रति अपशब्द कहते हैं. केंद्रीय मंत्री ने लेटर में आगे लिखा है कि सन् 2019 के चुनाव से पहले फेसबुक इंडिया मैनेजमेंट ने दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थकों के फेसबुक पेज डिलीट कर दिए या उनकी रीच कम कर दी.
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वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पल हमला बोला था. राहुल ने ट्वीट कर लिखा है कि विदेशी अखबारने व्हाट्सएप और फेसबुक के खेल को उजागर कर दिया है. सरकार को चाहिए कि आंतरिक हस्तक्षेप की कोशिश कर रहे इन माध्यमों पर कार्रवाई करें. राहुल ने लिखा, ‘इंटरनेशनल मीडिया ने फेसबुक द्वारा भारतीय लोकतंत्र पर किए गए हमले को उजागर कर दिया है. सरकार को चाहिए कि इसपर तुरंत एक्शन लें’ राहुल का ट्वीट उस खबर पर आई है, जिसमें भारत में फेसबुक विवाद के लिए फेसबुक के इंडिया पॉलिसी हेड को जिम्मेदार ठहराया गया था.
बता दें कि अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल में हाल में प्रकाशित एक खबर में आरोप लगाया गया कि फेसबुक की सामग्री संबंधी नीति भारत में सत्ताधारी पार्टी का पक्ष लेती है. उसके बाद से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
Posted by : Rajat kumar