नयी दिल्ली : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना का परिणाम आने के बीच सोशल मीडिया में एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है. इस तस्वीर में टाइम मैगजीन के कवर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दरवाजे से जाते हुए दिखाया गया है. ऐसी ही एक तस्वीर को भारत की पत्रकार, स्तंभकार, सामाजिक समालोचक शोभा डे ने भी सोशल मीडिया पर साझा किया था. साथ ही टिप्पणी करते हुए लिखा था ”असली प्रतिभा”.
Hey Donald. Got Your New TIME Cover for ya….. pic.twitter.com/oczuBN7wkk
— Covfefe Shecky Jones,King Of Shade👑 aka BROLENE🔞 (@King_Of_Shade) November 5, 2020
Pure brilliance!! pic.twitter.com/4iWIHsvz8x
— Shobhaa De (@DeShobhaa) May 25, 2020
Congratulations, Donald J Trump.
You made the cover of Time Magazine Again. pic.twitter.com/qap9KYAqdD— Covfefe Shecky Jones,King Of Shade👑 aka BROLENE🔞 (@King_Of_Shade) May 7, 2020
वायरल हो रही तस्वीर में मैगजीन के बैनर के नीचे ‘…टू गो’ लिखा है. सहसा नजर पड़ने पर पढ़नेवाला इसे ‘टाइम …टू गो’ ही पढ़ेगा. प्रभात खबर की पड़ताल में वायरल हो रही टाइम मैगजीन की यह तस्वीर फर्जी पायी गयी है.
टाइम मैगजीन के कवर जैसा दिखनेवाले ग्राफिक में दरवाजे से बाहर जाते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की छाया दिखती है. वहीं, सोशल मीडिया में वायरल हो रही पोस्ट पर हेडलाइन लिखा गया है… ”टाइम …टू गो”.
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के ‘किंग्स ऑफ शेड’ ने यह पोस्ट किया है. इस वायरल पोस्ट में कैप्शन भी लिखा गया है. कैप्शन लिखा है- बधाई! डोनाल्ड जे ट्रंप, आप एक बार फिर टाइम मैगजीन के कवर पर जगह बनाने में कामयाब हुए हैं.
प्रभात खबर ने पड़ताल की शुरुआत वायरल तस्वीर को टाइम मैगजीन के कवर से मिलान करके की. पड़ताल में यह बात सामने आयी कि टाइम मैगजीन के ओरिजनल कवर पर मैगजीन की इश्यू करने की तारीख दाहिने तरफ सबसे ऊपर कॉर्नर पर होती है.
वहीं, दाहिनी तरफ ही सबसे नीचे के कोने में TIME.com की स्टांप होती है. लेकिन, सोशल मीडिया पर वायरल हो तस्वीर नीचे से कटी हुई है. अर्थात वायरल तस्वीर में दोनों सिंबल नहीं मिलते हैं.
यही नहीं, टाइम मैगजीन का नया इश्यू आने के पहले इसे माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के आधिकारिक टाइम अकाउंट से सूचना भी दी जाती है. लेकिन, ग्राफिक के जरिये तैयार इस तस्वीर से संबंधित कोई जानकारी टाइम मैगजीन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नहीं दी गयी है.
पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर इसी साल मई माह में पहली बार पोस्ट की गयी थी. टाइम मैगजीन के आर्काइव्स में भी वायरल तस्वीर से संबंधित कोई तस्वीर नहीं मिली. स्पष्ट है कि ग्राफिक के जरिये यह तस्वीर बनायी गयी है, जो फर्जी है.