दिल्ली पुलिस ने पकड़ी नकली रेमडेसिविर दवा की बड़ी खेप, 7 लोगों को किया गिरफ्तार, इतने दाम में बेच रहे थे यह दवा
पूरे देश में कोरोना महामारी से जिंदगी दम तोड़ रही है. हर दिन हजारों लोग कोरोना महामारी की भेंट चढ़ रहे हैं. लेकिन पैसे के कुछ लोभी ऐसी हालत में भी मौत बांटने से पीछे नहीं हट रहे. ताजा मामला दिल्ली का है. जहां दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है
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दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
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नकली रेमडेसिविर की बड़ी खेप पकड़ाई
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सरगना समेत सात आरोपी गिरफ्तार
पूरे देश में कोरोना महामारी से जिंदगी दम तोड़ रही है. हर दिन हजारों लोग कोरोना महामारी की भेंट चढ़ रहे हैं. लेकिन पैसे के कुछ लोभी ऐसी हालत में भी मौत बांटने से पीछे नहीं हट रहे. ताजा मामला दिल्ली का है. जहां दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. और भारी मात्रा में नकली दवाइयों के साथ फर्जी रेमडेसिविर दवा बरामद किया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इन दवाओं को उत्तराखंड में बनाया गया है.
दिल्ली पुलिस ने नकली रेमडेसिविर बेचने के मामले में 7 लोगों को गिरफ़्तार किया।
इनकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट उत्तराखंड में है। इसके साथ पुलिस को भारी मात्रा में नकली दवाइयों की खेप मिली है। जिसमें 198 नकली रेमडेसिविर है। पैकेजिंग सामान को भी जब्त किया गया है: दिल्ली पुलिस pic.twitter.com/9j9JfwGhHb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 30, 2021
25 हजार रुपये में बेचते थे दवाः सभी आरोपी फर्जी रेमडेसिविर दवा को असली बताकर करीब 25 हजार रुपये में बेच देते थे. इनके पास से पुलिस को 196 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुआ है. वहीं पुलिस को इनके पास से तीन हजार खाली वायल्स मिले है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि अबतक उन्होंने दो हजार से ज्यादा रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बेचें हैं.
गौरतलब है कि देश भर में लाइफ सेविंग रेमडेसिविर दवा की घोर किल्लत है. कई राज्य कोटे के तहत इसे लोगों के बीच बांट रहे है. यहीं नहीं इस दवा की इतनी मांग को देखते हुए भारत सरकार साढ़े चार लाख दवा की डोज बाहर से मंगवा रही है. आज 75 हजार डोज के मिलने की भी उम्मीद है. ऐसे में इस तरह की कालाबाजारी और नकली दवा देने से लोगों की ज्यादा जान जा रही है. बहरहाल इस मामले में आगे की जांच जारी है दिल्ली क्राइम ब्रांच और उत्तराखंड पुलिस की टीम मामले की छानबीन कर रहे हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी और ऑक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार कोफटकार लगाई थी. वहीं इससे पहले भी फर्जी रेमडेसिविर दवा के साथ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. लेकिन यहां गौर करने वाली बात है कि नकली दवा बेचने वालों के लिए किसी की जान की कीमत कुछ भी नहीं रह गई है. थोड़े से फायदे कि लिए ऐसे शातिर लोग कुछ भी करने से गुरेज नहीं करते.
Posted by: Pritish Sahay