देश में कोरोना संक्रमण के साथ- साथ कुछ दवाओं की मांग भी बढ़ी रेमडेसिविर इंजेक्शन की लगातार बढ़ रही मांग ने कालाबाजी और नकली दवा बनाने वालों के लिए एक अवसर पैदा कर दिया है. इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे ही व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ा गया है. इस नकली दवा को अच्छे दामों में बेचने के लिए वह लोगों से संपर्क में था. इस व्यक्ति का नाम विनय त्रिवेदी बताया जा रहा है .
कोरोना संक्रमण में इस दवा की मांग बढ़ी है आरोपी के पास से 400 वायल इंजेक्शन की शीशी मिली है. कालाबाजार के मार्केट में इसकी खूब डिमांड है इस इंजेक्शन को लोग आसानी से असल समझ कर खरीद लेते. आरोपी ने पुलिस की कड़ी पूछताछ में बताया कि इसे हिमाचल प्रदेश से लाया गया है उसी इलाके में यह नकली दवा बन रही है.
आरोपी के संबंध में पुलिस ने जांच में यह भी पाया है कि उसका संबंध एक फार्मा कंपनी से भी है. आरोपी की हिस्ट्री क्या रही है इसकी जांच की जा रही है. ड्रग कंट्रोलर विभाग इस संबंध में और कई जानकारियां इकट्ठा कर रहा है जैसे यह दवा पहले किस- किस को बेची गयी.
इस दवा की डिमांड ना सिर्फ मध्यप्रदेश में बल्कि देशभर के कई राज्यों में किल्लत है. दवा की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार कड़े फैसले ले रही है लेकिन इस दवा की कालाबाजारी के साथ- साथ अब नकली दवा भी बाजार में आ रही है. इस दवा को खरीदने से पहले आपको सावधान रहने की जरूरत है. अगर यह नकली दवा बाजार में फैलती तो कई लोगों को जान का नुकसान होता. पुलिस ने समय रहते इस बड़े मामले का खुलासा कर दिया.
अब आरोपी से उसके साथियों के बारे में उसके नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जा रही है. संभव है कि इस नकली दवा गैंग से जुड़े कई और लोगों को भी पुलिस गिरफ्तारी करेगी. इस संबंध में विस्तार से बात करने से पुलिस इनकार कर रही है लेकिन इस आरोपी के संबंध में सारी जानकारी दी गयी है.