Farm Bill 2020: कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने कृषि विधेयकों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. पंजाब और हरियाणा के किसान इसके लिए अब वे 25 सितंबर के बंद का सफल बनाने की रणनीति में जुट गए हैं. सितंबर को कृषि विधेयकों के खिलाफ पंजाब बंद का समर्थन 31 किसान संघ ने किया है. बता दें कि पंजाब में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की पंजाब इकाई ने बंद का आह्वान किया है.
बता दें कि कृषि विधेयकों के खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक सरकार का विरोध बढ़ता जा रहा है. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने साफ कर दिया है कि वे कृषि विधेयकों को बिल्कुल स्वीकर नहीं करेंगे. वहीं मोदी सरकार में सहयोगी पार्टी शिरोमणी आकाली दल ने भई कृषि विधेयकों के खिलाफ 25 सितंबर को सूबे में चक्का जाम करने का एलान किया. इसके अलावा 1 अक्तूबर से सिख धार्मिक तख्तों से मोहाली तक किसान मार्च भी निकाला जाएगा.इससे पहले हरियाणा में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा था अगर सरकार ने हमारी नहीं सुनी तो 25 सितंबर को हरियाणा बंद बुलाया जायेगा. 27 सितंबर को दिल्ली में बैठक बुलायी जायेगी जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन को लेकर रणनीति बनायी जायेगी.
गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों ने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों जैसे विपक्षी पार्टियों के विरोध के बीच कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी है. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 को मंगलवार को राज्यसभा में पारित कर दिया गया.