किसानों की बात लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के पास पहुंचे पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह
Farmer Protest: किसानों के साथ बातचीत के बाद, तीन केंद्रीय मंत्रियों की एक समिति ने किसानों को प्रस्ताव दिया था. जानें पीएम मोदी से क्या बोले अमरिंदर सिंह
किसान आंदोलन के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तक बात पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता अमरिंदर सिंह ने पहुंचाई है. जानकारी के अनुसार मंगलवार को पीएम मोदी और अमरिंदर सिंह की बात हुई और किसानों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई. इसकी जानकारी खुद सिंह ने सोशल मीडिया पर दी. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि किसानों की चिंताओं (Farmer Protest) से संबंधित मुद्दों पर प्रधानमंत्री से बात हुई. इसके अलावा भी पंजाब से जुड़े विषयों पर विस्तृत बैठक हुई जो सकारात्मक रही. आपको बता दें कि दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई है जब अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इस विरोध प्रदर्शन में ज्यादातर पंजाब के किसान नजर आ रहे हैं.
किसानों ने की दिल्ली कूच करने की घोषणा
उल्लेखनीय है कि ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन में भाग ले रहे किसान नेताओं ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर किए जाने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. किसान नेताओं का कहना है कि यह किसानों के हित में नहीं है. किसान नेताओं ने 21 फरवरी यानी बुधवार को दिल्ली कूच करने की घोषणा की है. उनका कहना है कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है.
किसानों की नहीं बनी थी बात
किसानों के साथ बातचीत के बाद, तीन केंद्रीय मंत्रियों की एक समिति ने किसानों को प्रस्ताव दिया था जिसके तहत दाल, मक्का और कपास सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर खरीदने के लिए पांच वर्षीय समझौते की बात कही गई थी. तीन केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय की समिति ने गत रविवार को यह बात किसान नेताओं के समक्ष रखी थी. चंडीगढ़ में चौथे दौर की बातचीत के दौरान किसानों के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था जिसके बाद भी बात नहीं बन सकी थी.
क्या कहा सरवन सिंह पंढेर ने
इधर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा है कि वे अब दिल्ली मार्च करेंगे. ‘दिल्ली चलो’ मार्च को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार की मंशा बिल्कुल साफ थी कि वे हमें किसी भी कीमत पर दिल्ली में प्रवेश नहीं करने देना चाहते थे. आगे उन्होंने कहा कि यदि सरकार किसानों से बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहती है तो हमें दिल्ली की ओर मार्च करने की अनुमति प्रदान करनी होगी.