Rakest tikait on kisan protest, Farmer Protest News in Hindi: तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन बदस्तूर जारी है. दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर किसान दो महीने से ज्यादा समय से डटे हुए है. इस बीच किसान शनिवार यानी 6 फरवरी को चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन चक्का जाम से पहले किसान नेता राकेश टिकैत का एक बड़ा बयान आया है.
किसानों आंदोलन News Update: किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों से अपील की है कि वो शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम आंदोलन करें. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में चक्का जाम नहीं किया जाएगा. इसलिए जो जहां हैं वहीं रहकर आंदोलन में हिस्सा लें. उन्होंने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शन & Kisan Andolan News से जुड़ी हर अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। ये जाम दिल्ली में नहीं होगा: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता pic.twitter.com/ENXDH0pWs4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2021
Rakest Tikait: टिकैत ने आगे कहा कि चक्का जाम दिल्ली में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य हिस्सों में नजर आएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान शामिल है. तीन घंटे का चक्का जाम होगा. इस दौरान जिन गाड़ियों को रोकने का काम किया जाएगा, उन्हें खाने को कुछ दिया जाएगा और पानी दिया जाएगा और बताया जाएगा कि सरकार उनके साथ क्या कर रही है.
गौरतलब है कि 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट में किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाकर किसान संगठनों ने चक्का जाम करने का यह ऐलान किया है. इसके अलावा किसान सरकार द्वारा इंटरनेट बंद करने और किसानों पर केस करने से भी नाराज हैं. इन सबके विरोध के रुप में किसान कल चक्का जाम कर रहे हैं.
वहीं, किसान संगठनों के चक्का जाम की बात से दिल्ली और हरियाणा पुलिस के कान खड़े हो गये है. और दोनों राज्यों की पुलिस अलर्ट पर आ गयी है. आंदोलन को लेकर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अगर आंदोलनकारी जबरन यातायात रोकते की कोशिश करेंगे तो दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों पर सख्ती से पेश आएगी.
गौरतलब है कि, सिंघु, गाजीपुर समेत दिल्ली के कई बॉर्डर्स पर हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं. लाल किले पर हिंसा के बाद जब राकेश टिकैत ने बावुक बयान दिया तो दम तोड़ने के कगार पर पहुंचता किसान आंदोलन एक बार फिर नये शिरे से खड़ा होता जा रहा है.
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Posted by: Pritish Sahay