Kisan Andolan: एक साल में किसान ने पाई एकजुटता, बोले राकेश टिकैत- MSP पर चाहिए गारंटी, 29 को ट्रैक्टर मार्च
Kisan Andolan: भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 27 नवंबर को किसानों की एक बैठक होगी. जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा. किसान एमएसपी पर सरकार से गारंटी की मांग कर रहे हैं.
Kisan Andolan: संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में जारी ऐतिहासिक किसान आंदोलन अब भी जारी है. सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस ले लिया है. लेकिन किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. किसान अब एमएसपी पर गारंटी चाहते हैं. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैट का कहना है कि, वे अभी बॉर्डर से हटने वाले नहीं हैं.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सह किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 27 नवंबर को किसानों की एक बैठक होगी. इसमें आगे की योजना पर विचार किया जाएगा. इस बीच उन्होंने कहा है कि, जबतक एमएसपी पर सरकार स गारंटी नहीं मिल जाती किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. टिकैत ने पीएम मोदी से एमएसपी पर विचार करने की भी अपील की है. इसके अलावा टिकैत ने ये भी कहा है कि 29 नवंबर को दिल्ली में एक बार फिर ट्रैक्टर मार्च होगा.
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों ने भी साफ कर दिया है कि वे अभी बॉर्डर से वहीं हटने वाले. किसानों का कहना है कि 29 नवंबर संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में किसान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. किसान नेता राकेश टिकैत भी साफ कर दिया है कि एमएसपी हमेशा से किसानों का मुद्दा रहा है. ऐसे में जबतक इसपर गारंटी नहीं मिल जाती किसान बार्डर पर डटे रहेंगे.
किसानों का दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च: अपने तय कार्यक्रम के अनुसार किसान शीतकालीन सत्र के दौरान ट्रैक्टर मार्च करने की तैयारी में जुटे हैं. हरियाणा, यूपी, पंजाब समेत कई और राज्यों से किसानों का जत्था दिल्ली बार्डर पहुंचने लगा है. राकेश टिकैत ने कहा है कि शीतकालीन सत्र के दौरान रोज 5 सौ किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर संसद तक मार्च करेंगे. किसान पूरे दिल्ली में चक्का जाम करने की तैयारी में हैं.
बॉर्डर पर किसानों के जुटान को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी हाई अलर्ट मोड पर आ गई है. पुलिस ने फिर से बैरिकेट्स लगाने शुरू कर दिये हैं. पुलिस का कहना है कि किसी भी हालत में कानून व्यवस्था को बरकरार रखा जाएगा. कोई भी कानून तोड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. लेकिन कोई शांतिमय होकर लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करगा को उसे नहीं रोका जाएगा.
Posted by: Pritish Sahay