Farmer Protest: शंभू बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर किसान डटे हुए हैं. किसान लगातार दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं. रविवार को उन्होंने एक बार फिर दिल्ली मार्च की कोशिश की थी, हालांकि बाद में उसे स्थगित कर दिया. इस बीच सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में किसान आंदोलन मामले पर सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी. याचिका में शंभू बॉर्डर समेत सभी हाईवे को खोलने की अपील की गई है. सुप्रीम कोर्ट कल (9 दिसंबर) को इस मामले में सुनवाई करेगा.
बॉर्डर बंद करना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन- गौरव लूथरा
याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अपील की गई है कि कोर्ट केंद्र समेत पंजाब और हरियाणा सरकार को हाईवे खोलने का आदेश दें, और राष्ट्रीय राजमार्गों को खाली किया जाये. बीते सात नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. याचिका देने वाले गौरव लूथरा का कहना है कि सीमा बंद करना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. कल यानी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका पर सुनवाई होनी है.
किसानों ने एक और दिन रद्द किया दिल्ली चलो मार्च
इधर, किसानों ने रविवार को एक और दिन के लिए दिल्ली चलो मार्च रद्द कर दिया है. इससे पहले आज यानी रविवार को किसानों एक बार फिर दिल्ली में दाखिल होने की पूरी कोशिश की, लेकिन सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें रोक दिया. शंभू बॉर्डर पर गहमागहमी में पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि एक किसान घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. किसानों ने कहा कि बैठक कर हम आगे की रणनीति तय करेंगे.
किसानों पर पहले बरसाए फूल, फिर दागे आंसू गैस के गोले
शंभु बॉर्डर पर डटे किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने पहले उन पर फूल बरसाये, जब इसके बाद भी किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे तो पुलिस ने उन पर आंसू गैस की गोलियां दागे. शंभु बॉर्डर पर जमे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया को बताया कि हमने पहले ही सूचना दे दी थी कि हमारे 101 किसानों का जत्था दिल्ली जाएगा. हमने पहले ही सूची जारी कर दी थी. इसके बाद भी पुलिस हमे रोक रही है.
पीएम मोदी के पास है हमारी समस्या का समाधान
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमें दिल्ली जाने से रोका जा रहा है, जबकि हमारी जो समस्या है उसका समाधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है. उन्होंने कहा कि केंद्र को तय करना है कि हमारी समस्याओं का हल करेंगे या हमें दिल्ली मार्च के लिए मजबूर करेंगे. किसान नेता ने कहा कि हम किसी भी तरह के बलिदान के लिए तैयार हैं. बता दें, किसान एमएसपी पर कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार कीमत, किसानों की कर्ज माफी, आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च रद्द, पुलिस ने पहले बरसाया फूल, फिर दागे आंसू गैस के गोले