Farmers Protest : केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर पांच दिन से डटे हैं. इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को आज बातचीत के लिए बुलाया है. आज दोपहर तीन बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच बातचीत हो सकती है. कृषि मंत्री ने कहा कि बातचीत से रास्ता निकाला जा सकता है. गौरतलब है कि किसान पिछले पांच दिनों से सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं.
130 खाप पंचायत भी उतरी विरोध में : किसानों के प्रदर्शन में हरियाणा की 130 खाप पंचायत भी आज से शामिल हो रही है. इसकी घोषणा मंगलवार को खाप पंचायतों की ओर से कर दी गई थी. खाप पंचायतों के प्रवक्ता जगबीर मलिक ने कहा कि वे लोग किसानों के प्रदर्शन का हिस्सा शुरू से ही हैं, अब सभी खाप पंचायतों ने सहमति से यह निर्णय किया है कि वे किसानों के प्रदर्शन में शामिल भी होंगे.
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किसान आंदोलन के बीच वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि छल का इतिहास रखनेवाले लोग सरकार के फैसले पर भ्रम फैला रहे हैं. हम गंगाजल जैसी साफ नीयत से काम कर रहे हैं. उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिन किसानों की कुछ सवाल हैं, तो उनका जवाब सरकार दे रही है. किसान भविष्य में कृषि सुधारों का लाभ पाकर अपनी आय बढ़ायेंगे, यह मेरा विश्वास है. हम स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुरूप किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देंगे, यह वादा हमने पूरा किया.
इधर, किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से अलर्ट जारी किया है. जिसमें कहा गया है, सिंघु बॉर्डर दोनों ओर से फिलहाल बंद है. कृप्या कोई वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करें. जीटीके रोड और मुबरका चौक से ट्रैफिक डाइवर्ट किया जा रहा है. बहुत ज्यादा जाम है.
एनडीए के एक और दल ने चेताया- कानून वापस लें, वरना छोड़ सकते हैं साथ : केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए की घटक दल आरएलपी ने केंद्र से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. आरएलपी के संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित कर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा है कि अमित शाह जी, कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गयी, तो मुझे किसानों के हित में एनडीए का सहयोगी दल बने रहने पर पुनर्विचार करना पड़ेगा.
Posted by : Pritish sahay