नयी दिल्ली: एक साल से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ आग उगल रहे किसानों को सरकार का नया प्रस्ताव भा गया है. इसके साथ ही दिल्ली में एक साल से चल रहे आंदोलन (Kisan Andolan) की समाप्ति के आसार बढ़ गये हैं. किसान गुरुवार को दिल्ली से लौटने का ऐलान कर सकते हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने बुधवार को कहा कि उनकी लंबित मांगों पर केंद्र के प्रस्ताव के ताजा मसौदे पर आम सहमति बन गयी.
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा है कि आंदोलन के लिए भविष्य की रणनीति तय करने को लेकर बृहस्पतिवार को बैठक होनी है. हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता सरकार से ‘लेटरहेड’ पर औपचारिक संवाद की मांग कर रहे हैं. किसान नेता और एसकेएम कोर समिति के सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि लंबित मांगों के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से पहले जो प्रस्ताव का मसौदा मिला था, वह स्वीकार करने योग्य नहीं था.
इसके बाद केंद्र ने बुधवार को नये सिरे से प्रस्ताव का मसौदा भेजा है. एसकेएम कोर समिति की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में चढूनी ने कहा, ‘अपनी मांगों को लेकर हम सरकार से सहमत हैं. कल की बैठक के बाद हम आंदोलन को स्थगित करने पर फैसला लेंगे. आंदोलन वापस लेने के संबंध में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. एसकेएम की कल (बृहस्पतिवार) दोपहर 12 बजे और एक बैठक होगी.’
किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एसकेएम ने एक बयान में कहा कि किसानों की मांग के संबंध में केंद्र सरकार के मसौदे पर आमसहमति बन गयी है. एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘सरकार के ताजा प्रस्ताव पर आम सहमति बन गयी है. अब सरकार के लेटरहेड पर औपचारिक संवाद का इंतजार है. एसकेएम की कल दोपहर 12 बजे फिर से सिंघू बॉर्डर पर बैठक होगी, उसके बाद मोर्चा उठाने के संबंध में औपचारिक फैसला लिया जायेगा.’
Posted By: Mithilesh Jha