नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रविवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा स्थित सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर स्मारक पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की अपील केंद्र सरकार से की. उन्होंने कहा कि 70 सालों से किसानों को दिया गया धोखा, अब खेती छीनना चाहते हैं.
The Centre is not talking about the benefits of the laws, all they are saying is that it will not cause any harm. It will not take away farmers' lands, or Minimum Support Price, are these benefits? Why've you brought the laws then? Tear & throw it away: Delhi CM Arvind Kejriwal https://t.co/RwNnY6xZsJ
— ANI (@ANI) December 27, 2020
उन्होंने माता गुजरी देवी और गुरु गोविंद सिंह के साहेबजादों की शहादत को नमन करते हुए कहा कि देश का किसान आज बहुत दुखी है. उन पर मुसीबत आयी हुई है. इतनी ठंड में हमारे किसान पिछले 32 दिनों से सड़कों पर सोने को मजबूर हैं. क्यों? इससे मुझे दुख होता है कि यहां 40 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
ये तीन क़ानून (नए कृषि क़ानून) लेकर आए हैं, इन तीनों क़ानूनों के जरिए अब ये इनकी खेती भी छीनना चाहते हैं। उनकी खेती भी उठाकर अपने 2-3 बड़े-बड़े पूंजीपति दोस्तों को देना चाहते हैं। अगर किसान की खेती भी चली गई तो किसान कहां जाएगा : दिल्ली CM #FarmersProtest https://t.co/MzAL6UaKEC pic.twitter.com/uhuu3g6yUZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 27, 2020
उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि प्रदर्शनकारी हमारे ही भाई, बहन, बुजुर्ग हैं. इनकी मांगों को पूरी कर नये कृषि कानूनों को निरस्त करें और इनका संघर्ष खत्म करें. अन्ना आंदोलन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आज किसानों को राष्ट्रदोही और आतंकवादी कहा जा रहा है.
केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा हैं। मैं केंद्र सरकार को चुनौती देता हूं, केंद्र सरकार अपने सबसे बड़े नेता को लेकर आ जाए और हमारे किसान नेता आ जाएं और पब्लिक में चर्चा हो जाए, पता चल जाएगा किसको कितनी जानकारी है: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल pic.twitter.com/Eih17ympag
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 27, 2020
उन्होंने देश की पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 70 सालों से किसानों को धोखा दिया गया. सभी पार्टियों और सारे नेताओं ने धोखा दिया. किसानों ने केवल आज तक धोखा देखा है. अब तीन नये कानून लाया गया है. अब इन किसानों की खेती भी छीनना चाहते हैं.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने बड़े-बड़े मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को मैदान में उतार दिया है. वे कहते हैं कि किसानों की जमीन नहीं जायेगी. मिट्टी नहीं जायेगी. इससे किसानों को क्या फायदा हुआ.
केजरीवाल ने कहा कि वे सिर्फ यही फायदा बताते हैं कि किसान मंडी के बाहर कहीं भी सामान बेच सकता है. बताएं कहां बेचे. बिहार में मंडी नहीं है. एमएसपी 1850 है. मंडी से बाहर तो एमएसपी के आधे दाम मिल रहे हैं. वे फायदा नहीं बता रहे, कहते हैं किसानों को नुकसान नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि आज देश दो भागों में बंट गया है. एक वो हैं, जो पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं और दूसरे वो हैं जो किसानों के साथ खड़े हैं. करोड़ों किसानों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
साथ ही कहा कि केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है. मैं केंद्र सरकार को चुनौती देता हूं, केंद्र सरकार अपने सबसे बड़े नेता को लेकर आ जाएं और हमारे किसान नेता आ जाएं और पब्लिक में चर्चा हो जाये, पता चल जायेगा, किसको कितनी जानकारी है.