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कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर हो रही किसानों की बैठक, बन रही है आगे की रणनीति!

देश के कई हिस्सों से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली में डेरा जमाये हुए हैं. उम्मीद की जा रही है कि यहीं पर किसान आगे कि रणनीति पर विचार करेंगे.

By Agency | November 29, 2020 12:28 PM

तीन नये कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. दिल्ली के सिंघु और टिकरी सीमा पर किसान पहले से ही डटे हुए है अब यूपी सीमा पर भी हजारों की संख्या में किसानों का जुटान हो रहा है. इधर, कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की बैठक जारी है. गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली में डेरा जमाये हुए हैं.

इधर, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि प्रदर्शन तो रामलीला मैदान में होता है, तो हमें निरंकारी मैदान क्यों भेजा जा रहा है, जो कि एक निजी संस्था है. राकेश टिकैत ने कहा कि हमलोग आज यहीं रहेंगे. बता दे कितानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है, किसान अपनी मांग पर अड़े हैं.

किसानों को दिल्ली में आने से रोकने पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कृषकों के साथ आतंकी जैसा बर्ताव हुआ है. तो वहीं, बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि किसानों की चिंता हम करते हैं और करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि किसान हमारे दिल में बसते हैं, कोई भी किसानों को भड़काने का काम न करें.

गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान आंदोलन पर हैं. भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने बताया कि सलाह-मशविरा करने के बाद वे यहां से आगे बढ़ेंगे. किसानों के एलान से दिल्ली पुलिस के अधिकारी चौकस हो गये हैं.

फल-सब्जी व दूध की सप्लाई बाधित, कई राज्यों से कटा संपर्क : आंदोलन के कारण करीब तीन हजार ट्रक जाम में फंस गये हैं. दिल्ली समेत कई राज्यों में फल, सब्जी, दूध व अन्य जरूरी सामान की सप्लाई बाधित हो गयी है. कश्मीर, हिमाचल व पंजाब से फलों व सब्जियां लेकर आने वाले ट्रक हाइवे पर आगे नहीं बढ़ सके. यूपी व उत्तराखंड से अन्य राज्यों का संपर्क टूट गया है.

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किसानों के तीन दिनों से जारी प्रदर्शन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों से अपील की कि वे अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बुराड़ी मैदान में चले जायें. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के निर्धारित स्थल पर जाते ही केंद्र सरकार उनके साथ वार्ता करने के लिए तैयार है.

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गृह मंत्रालय के आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप पर शाह की अपील को पोस्ट किया गया है. शाह ने कहा कि किसानों को भारी ठंड के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कुछ किसान यूनियनों ने मांग की है कि वार्ता तीन दिसंबर के बजाय तुरंत आयोजित की जाये. इसलिए, मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि जैसे ही आप बुराड़ी पहुंचेंगे, केंद्र आपके साथ चर्चा के लिए तैयार है.

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Posted by: Pritish Sahay

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