Farmers Protest: देशभर के किसानों का आज दिल्ली कूच, बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
Farmer Protest: देशभर के किसान आज दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. इधर किसानों के इस आह्वान पर दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमाओं तथा रेलवे और मेट्रो स्टेशनों एवं बस अड्डों पर कड़ी निगरानी बढ़ा दी गई है. किसानों ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का भी आह्वान किया है.
Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा, पूरे भारत के किसान दिल्ली के जंतर-मंतर की ओर शांतिपूर्वक तरीके से कूच करेंगे. इसके लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार के किसानों ने पूरी तैयारी कर ली है.
सरवन सिंह पंढेर बोले, दिल्ली कूच पर 10 मार्च तक स्थिति साफ
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, आज केएमएम और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) द्वारा शुरू किए गए विरोध प्रदर्शन का 23 वां दिन है. पहले एक घोषणा की गई थी कि अन्य राज्यों के किसान आज से दिल्ली की ओर मार्च शुरू करेंगे, लेकिन दूर-दराज से आने वाले किसान आज दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे. मध्य प्रदेश, बिहार या दक्षिण भारत से सड़क या ट्रेन से आने वाले किसान आज नहीं पहुंचेंगे, उन्हें कम से कम 2- 3 दिन लगेंगे. इसलिए 10 मार्च तक स्थिति साफ हो जाएगी.
Farmers Protest: पुलिस ने निगरानी बढ़ाई
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी की टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमाओं तथा रेलवे और मेट्रो स्टेशनों एवं बस अड्डों पर कड़ी निगरानी बढ़ा दी है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हमने सिंघू और टीकरी सीमाओं पर बाधाओं को यात्रियों के लिए अस्थायी रूप से हटा दिया है. पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती अब भी वहां है और (वे) चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित करेंगे.उन्होंने बताया कि रेलवे और मेट्रो स्टेशनों तथा बस अड्डों पर अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल पहले ही तैनात किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
10 मार्च को किसान देशव्यापी रेल रोको आंदोलन करेंगे
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने तीन मार्च को देश भर के किसानों से प्रदर्शन के लिए 6 मार्च को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया था. उन्होंने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा था कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा.